वृक्षपे्रमी डॉ. कोठारी एक आदर्श
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२५– वर्तमान दौर में पर्यावरण को क्षति पहुंच रही है. वही इसी दौर में शहर के वृक्षप्रेमी ने पेड़ बढ़ाने का बीड़ा उठाया है. इससे पूर्व अपने घर के सामने एकाध पेड़ हो ऐसी लोगों की धारणा थी. अपने आंगण में गोबर का सडा डालने की लोगों की प्रथा थी. परंतु आज कांक्रीट के जंगल के कारण वह संभव नहीं होता. आज स्थिति बदल गई है. यदि घर के सामने एकाध पेड़ हो तो वह कैसे निकाला जाए इसी की चिंता उन्हें सताती है. अब लोगों की ऐसी मानसिकता हो गई है कि घर के सामने पेड़ में पानी डालना छोड़कर उसे काट कर सामने से हटाकर वह झंझट ही हटा देते है.
परंतु बडनेरा रोड पर डॉ. कोठारी एम.आर.आय. एन्ड स्कॅन सेंटर के संचालक ने अपने दवाखाने के परिसर में पेड न लगाकर पेड़ को अपने अस्पताल में ही सुरक्षित रखा है. उन्हें पेड़ की अडचन होने पर भी उन्होंने पेड़ को संभाल कर रखा. इस पर से ऐसा दिखाई देता है वे सचमुच में वृक्षप्रेमी है. मनुष्य ने अपना घर बनाते समय जहां तक संभव हो कम पेड़ काटे. परंतु समाज में घर के आसपास बड़े पेड़ रखना ही नहीं है, ऐसी लोगों की धारणा बन गई है.
परंतु मनुष्य आज यदि पेड़ नहीं बचायेगा तो भविष्य में पर्यावरण को क्षति पहुंचेगी, इस बात की उसे जानकारी होनी चाहिए.