वृषभ ने बताया किस प्रकार बाल-बाल बचे
जैसे ही बरसान पहुंचे, सुरक्षा बलों ने रोक दिया

* महिला और बच्चों को लेकर भागे
* गजानन यात्रा कंपनी के लोगों का अनुभव
अमरावती/दि.23 – गजानन यात्रा कंपनी के प्रबंधन टीम के वृषभ ने बताया कि, बरसान में आतंकी हमला शुरु हो गया था. उसी समय वे अपने दल को लेकर पहुंचे थे. वहां सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया. उपर पहाडी पर जाने से मना कर दिया. जिससे यह लोग बाल-बाल बच गए. उस समय आतंकवादी बेतहाशा फायरिंग कर रहे थे, इस प्रकार की जानकारी उन्हें प्राप्त हुई. वृषभ बताते हैं कि, महिलाओं और बच्चों को लेकर वे वहां से तुरंत भागे. अपने होटल पहुंचने पर ही उन्होंने राहत की सांस ली.
* मिनी स्वित्जरलैंड
बुरसान को मिनी स्वित्जरलैंड कहा जाता है. इसलिए कश्मीर जानेवाले पर्यटक यहां जाने की चाह रखते हैं. वृषभ ने अमरावती मंडल को फोन पर बताया कि, सोमवार को ही उनका दल कश्मीर पहुंचा था. मंगलवार सबेरे 8.30 बजे उन्होंने खास स्पॉट साइट सीईंग शुरु की थी. वे अरु वैली और चंदनवन वैली और बैताल देखकर बुरसान पहुंचे थे. वहां उपर जाने के लिए घोडे कर रहे थे. उसी समय फायरिंग की आवाज आई.
सुरक्षा बलो ने इन सभी को वहीं रोक दिया, बल्कि चले जाने कहा. फायरिंग की आवाज बढने के साथ अमरावती का यह टुरिस्ट दल घबरा उठा. वे सभी उलटे पांव भागे. किसी तरह अपने होटल पहुंचे. अपनी सभी की सकुशलता के लिए मन ही मन ईश्वर को धन्यवाद देने लगे.
सुरक्षा बलों ने थोडी देर बाद सभी की सुरक्षा को देखते हुए पहलगाम के होटल और सराय को खाली करवाना शुरु कर दिया. वृषभ ने बताया कि, उन लोगों के रुकने का प्रबंध होटल हिमालय में किया गया. वे लोग आज दोपहर 12 बजे श्रीनगर पहुंच गए. होटल में उनका आज का ठहराव है. उन्होंने यह भी बताया कि, पहलगाम से श्रीनगर आने के लिए उन्हें दूसरा मार्ग अपनाना पडा. क्योंकि जम्मू वाले मार्ग पर कुछ रुकावट आ गई थी. 60 किमी का फासला मन में भय लेकर किसी तरह पूर्ण किया. बता दें कि, दो बच्चों सहित इस दल में 26 महिला-पुरुष पर्यटकों का समावेश है. उन्हें यात्रा कंपनी के प्रबंधन की 6 लोगों टीम संभाल रही है.