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वृषाली भडके को मिली दोहरी सफलता

पांच दिन के भीतर दो नियुक्ति पत्र हाथ में

* एसटीआई व एसएसओ की परीक्षा की थी उत्तीर्ण
* राज्य कर निरीक्षक बनने को देगी प्राथमिकता
* आगे चलकर आईएएस अधिकारी बनने का सपना
अमरावती/दि.25- बचपन से ही उच्च अधिकारी पद पर जाने का सपना लेकर पूरी लगन के साथ महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) की दो दफा परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली शहर के सातुर्णा परिसर के अयोध्याविहार निवासी वृषाली उत्तमराव भडके को पांच दिनों में दोनो परीक्षाफल मिले हैं. उसके व्दारा वर्ष 2020 में दी राज्य कर निरीक्षक पद की परीक्षा और वर्ष 2021 में सहायक कक्ष अधिकारी (मंत्रालय) की दी परीक्षा इन दोनो के नतिजे उसे प्राप्त हुए है और वह दोनो परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी हैं और उसे दोनो ही पदों के नियुक्ति पत्र भी प्राप्त हुए हैं. लेकिन उसने राज्य कर निरीक्षक पद पर कार्यरत होने का निर्णय लिया हैं.
अमरावती जिले के नांदगांव खंडेश्वर तहसील में आने वाले सावनेर ग्राम मूल निवासी उत्तमराव भडके वर्ष 1981 में अपने परिवार के साथ अमरावती रहने आ गए. उत्तमराव को दो बेटी और एक बेटा हैं. बडी बेटी प्रिया और बेटा रुपेश एमबीए फायनांस में उत्तीर्ण हैं. छोटी बेटी वृषालीे भी बडनेरा राम मेघे कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियर हुई हैं. बीई की पढाई पूर्ण करने के बाद वृषाली पुणे के एमएमसी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रुप में वर्ष 2017-18 में नौकरी पर कार्यरत हुई. वहीं उत्तमराव और उनका बेटा रुपेश दोनो साथ में मनपा में ठेकेदारी का काम करते हैं. वहीं प्रिया ने एमबीए होने के बाद पुणे में एनालिस्ट पद पर बैंक ऑफ न्यूर्याक में काम किया. बडे भाई-बहन ने फायनांस में एमबीए पूर्ण किया. वहीं वृषाली पहले से ही प्रथमश्रेणी अधिकारी पद पर पहुंचना चाहती थी. उसने चौथी कक्षा तक घर के पास पन्नालालनगर में अस्मिता शिक्षा पूर्ण की. पश्चात पांचवी से वह नारायणदास लढ्ढा और पश्चात ब्रिजलाल बियाणी महाविद्यालय में बारहवी तक पढी. चौथी, दसवी और बारहवी में मेरीट रही. पुणे में नौकरी पर रहते वह एमपीएससी की तैयारी में लगी हुई थी.कोरोनाकाल में वह पुणे से अमरावती लौट आई और महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की परीक्षा में जुट गई. कोरोनाकाल रहने से वर्ष 2020 में एमपीएससी की राज्य कर निरीक्षक (एसटीआई) पद की परीक्षा उसने अमरावती से ही दी. उस समय कोरोना की वजह से उसे अमरावती का ही परीक्षा केंद्र मिला. लेकिन परीक्षा देने के बाद उसका नतीजा घोषित नहीं हुआ. इस कारण उसने वर्ष 2021 में फिर से सहायक कक्ष अधिकारी (मंत्रालय) पद की परीक्षा दी. यह दोनो परीक्षाफल पांच दिन के भीतर घोषित हुए हैं. ओबीसी महिला में राज्य कर निरीक्षक पद की परीक्षा में वृषाली संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य में दूसरे स्थान पर आई हैं. 83 पदों के लिए यह परीक्षा ली गई थी. दोनो परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद उसे एसटीआई और एएसओ के नियुक्ति पत्र भी प्राप्त हो गए हैं. अब वृषाली ने राज्य कर निरीक्षक पद संभालने का निर्णय लिया हैं. आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण होते ही वह जल्द ही राज्य कर निरीक्षक पद पर कार्यरत होने वाली हैं. इस होनहार छात्रा ने बताया कि, वह पूरे दिन में 8-10 घंटे पढाई करती थी. उसे किताबें पढना काफी पंसद है साथ ही खेल में वह बेडमिंटन पंसद करती है और राज्य और देश की राजनीती जानने के लिए हमेशा टिवी पर खबरों को देखती रहती हैं. इस सफलता को लेकर वृषाली का कहना है कि, उसे अपने दोस्तों का साथ और सर्वाधिक माता-पिता और भाई-बहन का सहयोग रहा. इसी कारण वह इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं.

* बनना है आईएस अधिकारी
वृषाली भडके ने राज्य कर निरीक्षक पद पर ही संतुष्ट न होते हुए अपनी इच्छा आईएस अधिकारी बनकर प्रशासकीय सेवा में जाने की इच्छा जताई हैं. उसका कहना है कि, वह आईएस अधिकारी बनकर डेवलपमेंट का काम करना चाहती हैं. उसने कहा कि, उसका सपना जिलाधिकारी बनने का हैं. इस माध्यम से वह आदिवासियों के लिए काम करने की मंशा रखती हैं. आदिवासी क्षेत्र में योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें उनका हक दिलाने और शिक्षा देकर उन्हें आगे बढाने का मानस हैं. उनकी भी प्रगती हो और आगे बढे यह मेरी निजी सोच हैं. इस कारण वह आगे प्रशासकीय सेवा में जाने के लिए यूपीएससी की पढाई जारी रखेगी.

* मेहनत से सफलता मिलती है
वृषाली भडके ने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा है कि, कोई भी विद्यार्थी यदि मेहनत करते है तो हर सफलता उनके हाथ लगती हैं. दोस्त और परिवार का तो हमेशा ही सभी को सहयोग मिलता रहता हैं. केवल जिद्द और लगन की आवश्यकता हैं. हर मुकाम तक पहुंचा जा सकता हैं.

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