अमरावती/प्रतिनिधि दि.२८ – इन दिनों शहर का वैभव कहे जाने वाले वडाली बगीचा पूरी तरह से उजाड नजर आ रहा है. इस बगीचे की दुर्दशा के लिए मनपा प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली जिम्मेदार है, यह सनसनीखेज आरोप शिवसेना सहसंपर्क प्रमुख व पूर्व पार्षद प्रदीप बाजड ने लगाया है.
पूर्व पार्षद प्रदीप बाजड ने बतलाया कि नगर परिषद प्रशासन का स्वर्गीय हरिभाऊ कलोती बगीचा काफी आकर्षक था. यह बगीचा 25 अप्रैल 1976 में बनाया गया. इस बगीचे का भूमिपूजन राज्य के गृह, परिवहन व विधान कार्य मंत्री बाबुराव काले के हाथों उस दौर में किया गया था. बगीचा विकास के लिहाज से 10वें वित्त आयोग अनुदान निधि से साल 1997-98 में सुरक्षा दीवार बनाई गई. जिसका उद्घाटन समारोह 15 अगस्त 2011 में पूर्व पालकमंत्री डॉ.सुनील देशमुख सहित अन्य मान्यवरों की उपस्थिति में किया गया. इसके बाद उक्त वडाली बगीचा, न्यु राजहंस टुरिझम को मनपा ने किराया तत्वों पर चलाने के लिए दिया था, लेकिन किराया तत्व पर चलाने की अवधि समाप्त होने से यह बगीचा फिलहाल बंद अवस्था में पडा हुआ है. यहां के बगीचे में छोटे बच्चों के लिए ट्रेन व चिन्ड्रेन पार्क में खेलने की सुविधा है. बगीचा परिसर में बेहतर पार्किंग व्यवस्था, सभी उम्र के नागरिकों के लिए तालाब बोटींग करने की व्यवस्था है, लेकिन हाल की घडी में यह बगीचा बंद रहने से यहां पर मवेशियां चरते हुए दिखाई देती है. अब यह बगीचा पूरी तरह से दुर्दशा का शिकार बना हुआ है.