* भाजपा ने सदैव ओबीसी को दिए पद और अवसर
अमरावती/ दि. 10-महाराष्ट्र में नेता प्रति पक्ष के पाला बदलकर सत्ता पक्ष में आने की परिपाटी अभी भी कायम रहेगी. विपक्ष के नेता रहे राधाकृष्ण विखे पाटिल, एकनाथ शिंदे, अजीत पवार ने जैसे सत्ता पक्ष का साथ कबूल किया. वैसे ही वर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार भी सत्ता पक्ष की ओर अगले कुछ दिनों में आ सकते हैं. यह दावा भाजपा नेता, पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने आज किया. वे भाजपा की ओबीसी जागर यात्रा लेकर अमरावती पहुंचे. आज सबेरे सर्किट हाउस पर उन्होेंने मीडिया से संवाद किया. इस समय ओबीसी मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष संजय गाते, शहर जिलाध्यक्ष, विधायक प्रवीण पोटे, जयंत डेहनकर, राजेश वानखडे, चेतन पवार, रविराज देशमुख, नितिन गुडधे पाटिल, तुषार भारतीय, प्रवीण तायडे, नागपुर की पूर्व महापौर अर्चना डेहनकर, डॉ. संगीता राउत, गजानन कोल्हे, योगेश वानखडे, कुणाल टिकले, प्रकाश बदनारे आदि उपस्थित थे.
* राहुल में निकाली खोट
आशीष देशमुख ने कहा कि वडेट्टीवार ने स्वयं संकेत दिया है. सोमवार को पुणे में एमआयटी के कार्यक्रम में वडेट्टीवार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी में खामी निकाली. वडेट्टीवार ने कहा कि राहुल गांधी को बोलना नहीं आता. अब कांग्रेस वडेट्टीवार को पार्टी से निकाल बाहर करेगी. जैसा मुझे किया गया था. वडेट्टीवार सत्ता पक्ष की ओर आ जायेंगे. महाराष्ट्र की हाल के वर्षो की परंपरा कायम रहेगी.विपक्ष के नेता के सत्तापक्ष में जुड जाने की. नागपुर के शीतसत्र से पहले ही वडेट्टीवार हमारे पाले में आ जायेंगे.
* 21 मुख्यमंत्री ओबीसी दिए
प्रवीण पोटे पाटिल और देशमुख ने प्रश्न के उत्तर में बताया कि भाजपा ने ओबीसी नेताओं को सदैव महत्व दिया. 21 ओबीसी मुख्यमंत्री दिए. जबकि कांग्रेस इतने वर्षो में केवल 17 प्रतिशत ओबीसी नेताओं को अवसर दे सकी है. देशमुख ने आरोप लगाया कि आज ओबीसी पर कांग्रेस का उमड आया प्यार पूतना मौसी का प्यार है. कांग्रेस की जमीन हिल जाने से वह ओबीसी के प्रति लगाव दिखा रही है. भाजपा के पास ओबीसी को सदैव मान रहा है. आज भी 85 सांसद और 365 विधायक ओबीसी के है.
* मुंंडे ने सर्वप्रथम रखा था प्रस्ताव
भाजपा ओबीसी प्रदेशाध्यक्ष संजय गाते ने बताया कि गोपीनाथ मुंडे ने सर्वप्रथम ओबीसी जनगणना का प्रस्ताव रखा था. उसी प्रकार बिहार समान महाराष्ट्र में जाति निहाय जनगणना के बारे में महायुति सरकार विचार कर रही है. सकारात्मक है. निर्णय उचित समय पर हो जायेगा.
* विभागों की रेगूलर भर्ती कायम
ठेका पध्दति से पद भर्ती को हो रहे विरोध के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे ने स्पष्ट किया कि विभागों के रिक्त पदों की रेगुलर भर्ती नियमानुसार और स्थायी रूप से ही हो रही है. अतिरिक्त कामों को ठेका पध्दति से भर्ती कर करवाया जा रहा है. फिर भी सरकार इस विषय में भी विचार कर निर्णय करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार का अधिकांश कामकाज स्थायी अधिकारी- कर्मचारी ही करते हैं. उसी प्रकार पुलिस भर्ती भी नियमानुसार होती है. इस बारे में सरकार का स्पष्ट धोरण है. विपक्ष नाहक हो हल्ला कर रहा है. पत्रकार परिषद पश्चात आशीष देशमुख ने पंचवटी चौक जाकर भाउसाहब पंजाबराव देशमुख की प्रतिमा को माल्यार्पण कर नमन किया. उसी प्रकार वे विधायक प्रतापदादा अडसड के घर भी वरिष्ठ नेता अरूण अडसड से भेंट करने गए. उपरोक्त सभी नेता इस दौरान उनके साथ रहे. फिर भी ओबीसी यात्रा भातकुली की ओर रवाना हुई.
* फडणवीस ने दिया मंत्रालय और फंड
डॉ. आशीष देशमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस ने सबसे पहले ओबीसी मंत्रालय स्थापित किया. ओबीसी विभाग को स्पेशल बजट दिया. ओबीसी महामंडल की कर्ज मंजूरी की सीमा बढाई. क्रीमिलेयर की शर्त 4 लाख से बढाकर 8 लाख रूपए की जिला निहाय ओबीसी होस्टल बनाने का ऐतिहासिक निर्णय फडणवीस सरकार ने किया. महा ज्योति संस्था स्थापित की. उसी प्रकार ओबीसी को 50 प्रतिशत राजकीय आरक्षण को बचाने के लिए फडणवीस सरकार ने ही अध्यादेश निकाला. अभी भी ओबीसी का आरक्षण कायम रख मराठा समाज को अलग से आरक्षण देने के लिए उपमुख्यमंत्री फडणवीस प्रयत्नशील है.