आत्महत्या करनेवाले आदिवासी युवक की मजदूरी 3755 रुपए रुकी
कर्ज और मजदूरी न मिलने के चलते की आत्महत्या

* बहन संगीता भुसूम ने लगाया आरोप
चिखलदरा /दि. 6– तहसील अंतर्गत आनेवाले गांगरखेडा के रहनेवाले बबलू उर्फ गुणवंत काल्या धिकार (34) इस आदिवासी युवक ने मंगलवार को कर्ज से त्रस्त और मजदूरी न मिलने के चलते अपने घर में जब उसकी पत्नी शेवंती अपने मायके केसपुर गई थी, तब उसने गले को फांसी लगाकर आत्महत्या की. बुधवार को उसकी पत्नी शेवंती व बहन संगीता भुसूम ने पुलिस को बयान दिया. जिसमें उन्होंने बबलू उर्फ गुणवंत काल्या धिकार द्वारा कर्ज से त्रस्त और मजदूरी न मिलने के चलते आत्महत्या की, ऐसा आरोप लगाया और कहा कि, उसके मजदूरी के 3755 रुपए नहीं मिले है. मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है.
* काटकुंभ पुलिस चौकी में बयान दर्ज
गांगरखेडा के आदिवासी मजदूर गुणवंत धिकार द्वारा आत्महत्या किए जाने पर बुधवार को काटकुंभ पुलिस चौकी में जमादार सुरेश दहीकर ने मृतक की बहन व उसकी पत्नी का बयान दर्ज किया. जिसमें उन्होंने मजदूरी न मिलने की वजह से आत्महत्या किए जाने का आरोप लगाया. किंतु प्रत्यक्ष रुप से बैंक का कर्ज व इस संदर्भ में ठोस जानकारी प्राप्त नहीं हुई और आत्महत्या का कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया. पुलिस द्वारा की जा रही जांच में मौत का कारण सामने आएगा.