‘सुपर’ में 9 साल से ब्लड बैंक की प्रतिक्षा
कितने दिन इर्विन की ब्लड बैंक पर रहना पडेगा निर्भर
अमरावती/दि.16 – स्थानीय विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल यानि सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल की फेज-2 इमारत में वर्ष 2015 से ही सरकारी ब्लड बैंक को मंजूरी प्राप्त है. लेकिन अब तक सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में ब्लड बैंक कार्यान्वित नहीं हो पायी है. जिसके चलते सुपर स्पेशालिटी अस्पताल सहित जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को इर्विन अस्पताल की सरकारी ब्लड बैंक पर ही मरीजों के लिए रक्त हेतु निर्भर रहना पडता है. वहीं दूसरी ओर विगत 9 वर्षों से सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में ब्लड बैंक शुरु करने का मामला अधर में लटका पडा है.
बता दें कि, जिला सामान्य अस्पताल में जिले की एकमात्र सरकारी ब्लड बैंक कार्यरत है. जिसके चलते जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों को जरुरत पडने पर इसी सरकारी ब्लड बैंक से रक्त की आपूर्ति की जाती है. जिसके तहत सुपर स्पेशालिटी अस्पताल को भी मरीजों हेतु रक्त के लिए जिला सामान्य अस्पताल की ब्लड बैंक पर ही निर्भर रहना पडता है. जबकि सुपर स्पेशालिटी अस्पताल अपने आप में संभागीय स्तर का अस्पताल है. जहां पर स्वतंत्र ब्लड बैंक रहना अपेक्षित है. इसी बात के मद्देनजर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में वर्ष 2015 के दौरान ही स्वतंत्र ब्लड बैंक को मंजूरी दी गई थी. राज्य रक्त संक्रमण परिषद से मान्यता मिलने के बाद सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के फेज-2 के इमारत में ब्लड बैंक शुरु करने हेतु जगह भी आवंटीत की गई थी, लेकिन इसके बावजूद भी विगत 9 वर्ष के दौरान सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में ब्लड बैंक अब तक शुरु नहीं हो पायी है. जबकि सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में दिनोंदिन मरीजों की संख्या बढती ही जा रही है. साथ ही यहां पर कई जटील शल्यक्रियाएं भी की जाती है. जिसके तहत अब तक कीडनी प्रत्यारोपण की भी लगभग 30 शल्यक्रिया सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में की जा चुकी है. इसके मद्देनजर सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में स्वतंत्र रक्तपेढी का होना बेहद जरुरी है.
* इर्विन की ब्लड बैंक जाएगी मेडिकल कॉलेज के पास
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल के करार के तहत अगले 7 वर्षों के लिए अमरावती के सरकारी मेडिकल कॉलेज के कब्जे में रहेगा. जिसके चलते सरकारी अस्पताल की ब्लड बैंक भी मेडिकल कॉलेज प्रशासन के नियंत्रण में चली जाएगी. मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाएं बढने के बाद यहां पर प्रसूति सहित अन्य विविध शल्यक्रियाएं भी की जाएगी. जिसके लिए बडे पैमाने पर रक्त की जरुरत पडेगी, ऐसे में उस समय अन्य सरकारी अस्पतालों को जिला सामान्य अस्पताल की ब्लड बैंक से रक्त उपलब्ध कराना काफी हद तक असंभव होगा, ऐसी स्थिति को देखते हुए अन्य अस्पतालों की सुविधा के लिए सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में ब्लड बैंक का शुरु होना बेहद आवश्यक है.
* सुपर की ब्लड बैंक के एमओ इर्विन में
विशेष उल्लेखनीय है कि, सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में मंजूर ब्लड बैंक के लिए कुछ वैद्यकीय अधिकारियों सहित तकनीशियनों के पद भरे जा चुके है. लेकिन सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में ब्लड बैंक ही शुरु नहीं होने की वजह से इन अधिकारियों को जिला सामान्य अस्पताल की ब्लड बैंक में प्रति नियुक्ति पर भेजा गया है.