अमरावती

मुंबई व पुणे के लिए वेटिंग, रेल यात्रियों की संख्या बढी

कोविड संक्रमण की रफ्तार घटते ही रेल यात्रा ने पकडी गति

  • अप्रैल व मई माह तक रेलगाडियों में ‘नो रूम’

अमरावती/दि.14 – कोविड वायरस के साथ ही ओमीक्रॉन वेरियंट के संक्रमण का खतरा कम होते ही अब एक बार फिर रेलगाडियों में यात्रियों की संख्या बढने लगी है. विशेष तौर पर मुंबई व पुणे आने-जानेवाली रेलगाडियों यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है. जिसके चलते इस रूट की रेलगाडियोंं में आगामी अप्रैल व मई माह तक आरक्षण की स्थिति ‘हाउसफुल्ल’ है तथा सभी श्रेणियों के लिए आरक्षण खिडकी पर ‘नो रूम’ के बोर्ड लगे दिखाई दे रहे है. यात्रियों की बढती संख्या को देखकर ही सहज अंदाज लगाया जा सकता है कि, अब कोविड वायरस का खतरा कम होने के साथ ही खत्म होने की ओर अग्रसर है. जिसके चलते लोगबाग अब बेफिक्र होकर अपने घरों व शहरों से बाहर निकल रहे है.
इन दिनों हावडा-मुंबई मार्ग पर दौडनेवाली रेलगाडियों में सर्वाधिक भीडभाड रहने की जानकारी आरक्षण सूची को देखकर पता चलती है. पुणे, मुंबई व चेन्नई मार्ग पर जाने-आनेवाले यात्रियों द्वारा आरक्षित टिकटों की जमकर मांग की जा रही है. यद्यपि रेलगाडियों में भीडभाड अच्छी-खासी बढ रही है, किंतु रेलवे स्टेशनों पर कोविड संबंधी नियमों का कडाई से पालन कराये जाने के चलते प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री घट गई है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए मार्च 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर रेलगाडियों को बंद कर दिया गया थ. जिसके बाद परप्रांतिय मजदूरों के लिए मई 2020 में श्रमिक ट्रेन शुरू की गई. वहीं बाद में कोविड संक्रमण की स्थिति जैसे-जैसे नियंत्रण में आने लगी वैसे-वैसे अलग-अलग रूटोें पर विशेष रेलगाडियां चलाई जाने लगी. जिनमें सामान्य श्रेणी के डिब्बों में भी आरक्षित टिकट लेकर यात्रा करना अनिवार्य किया गया, ताकि इन डिब्बोें में भी अनावश्यक भीडभाड न हो.

फिलहाल शुरू रहनेवाली गाडियां

अमरावती-मुंबई एक्सप्रेस
अमरावती-तिरूपति एक्सप्रेस
अमरावती-भुसावल मेमू ट्रेन
अमरावती-वर्धा मेमू ट्रेन
गोंदिया-मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस
हावडा-पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस

इन तीन रूट पर है जबर्दस्त वेटिंग

– अमरावती-मुंबई
अमरावती-मुंबई, हावडा-मुंबई व नागपुर-मुंबई के बीच दौडनेवाली रेलगाडियों में आगामी अप्रैल व मई माह तक वेटिंग की स्थिति है.
– अमरावती-पुणे
अमरावती-पुणे, नागपुर-पुणे व हावडा-पुणे के दरम्यान अप-डाउन करनेवाले रेल यात्रियों की भी संख्या काफी अधिक है. ऐसे में पुणे के लिए जाने व आनेवाली सभी रेलगाडियां इस समय पुरी तरह से हाउसफुल्ल दिखाई दे रही है.
– अहमदाबाद-चेन्नई
अहमदाबाद-चेन्नई रूट पर दौडनेवाली रेलगाडी में भी अच्छी-खासी भीडभाड है. तिरूपति देवस्थान में दर्शन करने हेतु जानेवाले लोगों की संख्या काफी अधिक रहने के चलते अहमदाबाद-चेन्नई नवजीवन एक्सप्रेस में आरक्षण को लेकर वेटिंग की स्थिति है.

मार्च 2020 में बंद हुई थी ट्रेने

कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए मार्च 2020 में केंद्र सरकार ने पूरे देश में रेलगाडियों के परिचालन को बंद कर दिया था. उस समय लॉकडाउन की वजह से सारे काम-धंधे तथा उद्योग व व्यापार भी पूरी तरह से ठप्प हो गये थे. ऐसे में मजदूरों के पास कोई काम-धंधा नहीं था. अत: परप्रांतिय मजदूरोें के होनेवाले हाल-बेहाल को देखते हुए मई 2020 में केंद्र सरकार द्वारा श्रमिक रेल गाडियों को शुरू किया गया, ताकि अलग-अलग राज्यों में फंसे परप्रांतिय मजदूरों को उनके गृहराज्य व गृहनगर तक पहुंचाया जा सके.

प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री घटी

कोविड संबंधी नियमों का पालन करना अनिवार्य रहने के चलते रेलवे स्टेशनों पर भीडभाड नहीं होने देने के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा तमाम आवश्यक कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत इससे पहले प्लेटफार्म टिकटों के दामों को बढा दिया गया था, ताकि लोगों को बिना वजह रेल्वे प्लेटफार्म पर आने से रोका जा सके. वही इन दिनों शुरू रहनेवाली विशेष रेलगाडियों में आरक्षित टिकट लेकर ही यात्रा करनी पडती है. साथ ही रेलवे प्लेटफार्म पर कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का कडाई से पालन करवाया जाता है. जिसकी वजह से लोगबाग अब बाहरगांव जानेवाले अपने रिश्तेदारों को प्लेटफार्म तक छोडने नहीं जाते. जिसकी वजह से प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री घट गई है.

अमरावती व बडनेरा से रोजाना 10 हजार यात्री

मध्य रेल्वे के भुसावल विभाग अंतर्गत बडनेरा व अमरावती रेलवे स्टेशन से रोजाना अमूमन 10 हजार के आसपास यात्रियों की आवाजाही होती है. किंतु इन दिनों इस संख्या में थोडी वृध्दि हुई है.

कब कितनी रेलगाडियां

फरवरी 2020 – 60
फरवरी 2021 – 54

Related Articles

Back to top button