* कई अकादमीक विषय हैं प्रलंबित
अमरावती/दि.28- स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ में प्र-कुलगुरू का पद विगत लंबे समय से रिक्त पडा है. जिसके चलते कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे पर कामकाज का बोझ बढ गया है. साथ ही कई अकादमीक विषय भी प्रलंबित है. ऐसे में नये कुलगुरू की नियुक्ति कब तक होती है, इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है और नये कुलगुरू की जल्द से जल्द नियुक्ती होने की प्रतीक्षा की जा रही है.
बता दें कि, पूर्व प्र-कुलगुरू डॉ. राजेश जयपूरकर का कार्यकाल 2 जून 2021 को खत्म होने के बाद वे अपनी मूल आस्थापना में प्राचार्य पद पर वापिस चले गये. वही प्र-कुलगुरू पद के लिए पात्र रहनेवाले तीन उम्मीदवारों के नाम राज्यपाल के पास भेजने का अधिकार कुलगुरू के पास होता है. किंतु दस माह की कालावधि बीत जाने के बाद भी प्र-कुलगुरू पद हेतु तीन पात्र उम्मीदवारों के नाम निश्चित नहीं हो पाये है. जिसका अब विद्यापीठ में प्रशासकीय कामकाज पर परिणाम हो रहा है. क्योंकि प्र-कुलगुरू का पद खाली रहने के चलते प्रशासकीय कामकाज का बोझ और जिम्मा भी कुलगुरू पर ही है.
* इच्छुकों की भीड बढी
प्र-कुलगुरू पद पर अवसर मिलने हेतु इस समय इच्छुकों की अच्छी-खासी भीड देखी जा रही है और कई इच्छुकों ने अपने स्तर पर जमकर लॉबींग व फिल्डींग करनी शुरू कर दी है. जिसमें अमरावती सहित यवतमाल, वाशिम, अकोला व बुलडाणा जिले के कई इच्छुकों का समावेश है. ऐसे में इच्छुकों की इस भीड को देखते हुए यह सवाल भी पैदा हो रहा है कि, आखिर प्र-कुलगुरू पद की कुर्सी में ऐसा क्या ‘खास’ है, जिसके लिए इच्छुकों द्वारा इतनी भीडभाड की जा रही है.