
* नप मुख्याधिकारी को सौंपा निवेदन
अमरावती /दि.27– जिला परिषद द्वारा जलापूर्ति के बिलों पर लगाये गये अत्याधिक ब्याज को पूर्णत: माफ किये जाने की मांग को लेकर शिवसेना उबाठा के कार्यकर्ता व पदाधिकारी नगर परिषद कार्यालय पर पहुंचे और अमोल ढोले के माध्यम से मुख्याधिकारी पराग वानखडे को निवेदन सौंपा.
निवेदन में कहा गया कि, नगर परिषद द्वारा नगर परिषद द्वारा स्थानीय नागरिकों को जलापूर्ति की जाती है. लेकिन पानी का बिल उच्च ब्याज दर लगाकर नागरिकों को भेजा जा रहा है. नगर परिषद की लापरवाही के चलते नागरिकों को सुचारु रुप से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है. पाइप लाइन बिछाने के बावजूद भी कई नल उपभोक्ताओं के घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. नप द्वारा हर महीने ग्राहकों से बिल अदा करने की अपेक्षा की जाती है. किंतु उस प्रकार की सुविधा उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाती. हर महीने जलापूर्ति का बिल भेजना नगर परिषद का काम है. लेकिन बिल देरी से आने पर आम लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. इसमें आम नागरिकों की कोई गलती नहीं है, बल्कि नगर परिषद द्वारा देरी से बिल दिये जाने पर उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड रहा है.
नगर परिषद द्वारा उपभोक्ताओं को परेशान किया जा रहा है और जलापूर्ति खंडित करने की भी धमकी दी जार ही है. दबाव बनाकर पैसे वसूले जा रहे है. शिवसेना ने चेतावनी दी है कि, गरीब नागरिकों को ध्यान में रखते हुए एकसाथ भुगतान करने की बजाय चरणबद्ध तरीके से भुगतान की व्यवस्था की जानी चाहिए. इसके साथ लगाया गया ब्याज पूरी तरह से माफ किया जाना चाहिए. अगर मांगे पूरी नहीं हुई, तो तीव्र आंदोलन की भी चेतावनी निवेदन द्वारा दी गई. निवेदन सौंपते समय शिवसेना उबाठा शहर प्रमुख ओंकार काले, उपजिला प्रमुख प्रफुल्ल भोजने, तहसील प्रमुख दत्ता ढोमणे, उपशहर प्रमुख ओंकार जोल्हे, पूर्व शहर प्रमुख घनश्याम शिंगरवाडे, संदीप भोयर, उमेश इखे, नरेश ढोले, चंद्रशेखर सावरकर, महादेव नरवरे, मयूर पेठे, प्रशांत ढोले, प्रशांत कोठेकर, रमेश सोलंके, गजानन खोरगडे, रुपराव विरुलकर, नीलेश चिखले, जीतेंद्र श्रीनाथ, मनोहर बारामाते सहित सैकडों शिवसैनिक उपस्थित थे.