वक्फ बोर्ड संशोधल बिल को किया जाये खारिज
आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति के नाम भेजा ज्ञापन
अमरावती/दि.19 – केंद्र सरकार द्वारा लाये गये वक्फ बोर्ड संशोधन बिल 2024 के खिलाफ तमाम मुस्लिम समाजबंधुओं व बहुजन संगठनों द्वारा एकजुट होकर आवाज उठाई जा रही है. ऐसे में देश की जनभावना को देखते हुए इस बिल को मान्यता देने की बजाय तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए. इस आशय की मांग का ज्ञापन आजाद समाज पार्टी द्वारा जिलाधीश के जरिए देश के राष्ट्रपति के नाम भेजा गया.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, भारतीय संविधान हर धर्म के व्यक्ति को अपने-अपने धार्मिक तरीके से चलने की स्वतंत्रता प्रदान करता है. लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार द्वारा जानबुझकर अल्पसंख्यकों के धार्मिक रीतिरिवाज में हस्तक्षेप किया जा रहा है. जिससे साफ है कि, अल्पसंख्यकों को लेकर केंद्र सरकार की नीयत ठीक नहीं है. ऐसे में यदि देशभर से हो रहे विरोध के बावजूद भी वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को मान्यता दी जाती है, तो आजाद समाज पार्टी द्वारा इसके खिलाफ देश भर में आंदोलन किया जाएगा.
ज्ञापन सौंपते समय आजाद समाज पार्टी के प्रदेश मुख्य महासचिव मनिष साठे, प्रदेश प्रवक्ता किरण गुडधे, जिलाध्यक्ष सनी चौहान, शहर अध्यक्ष विपुल चांदे, जिला कार्याध्यक्ष बशिर पटेल, रवींद्र फुले, अंसार बेग, मुजफ्फर खान, नयीमोद्दीन, मुजफ्फर हुसैन, याया खान पठाण, दिलबर शाह, सरिन खान, सनाउल्लाह खान, शब्बीर शेख, शेख युसुफ, इकरोमुद्दीन, रडील मुसानी, शोहेब साजिद, मोहम्मद दानिश, नयीम खान, इमरान अश्रफी, शेख जाकीर, नोमान काजी, राजरत्न चंडीकापुरे, यासीर भारती, टीएच काजी, दीपक खंडारे, आलिम पटेल, जंजीर सिंग, संघर्ष फुले, रितेश कुशवाह, विकी भगत, साजीब शेख, बालासाहेब खांडेकर, युसुफ शेख, संजय गडलिंग, सुनील घटाले, फाजील शेख, वसीम हुसैन, प्रा. प्रमोद मेश्राम, एहफाज खान, शेख शकील, साजिक शेख, शमाइल खान आदि उपस्थित थे.