* पुलिस को करना होगा जनजागरण
अमरावती/दि.28 – सडक किनारे पैदल चलने वाले लोगों को अक्सर पीछे से आ रहे तेज रफ्तार वाहनों द्बारा टक्कर मार दी जाती है. इस तरह के हादसो को टालने हेतु बेहद जरुरी है कि, पादचारियों द्बारा बायी ओर से सडक के किनारे पैदल चलने की बजाय दाहिनी ओर से पैदल चला जाए, ताकि वे सामने से आ रहे वाहनों को देख सके और किसी भी अनियंत्रित होने वाले वाहन की चपेट में आने से बच सके. इस बात के मद्देनजर विगत दिनों ही जिले में ‘वॉक फॉर राइट साइड’ उपक्रम चलाया गया. साथ ही अब बेहद जरुरी हो गया है कि, इसके लिए पुलिस विभाग द्बारा भी बडे पैमाने पर जनजागृति की जाए, ताकि सडक किनारे पैदल चलने वाले लोगों को सडक हादसों से बचाया जा सके.
उल्लेखनीय है कि, पहले से चले आ रहे चलन की वजह से हर कोई सडक पर बायी ओर से वाहन चलाता है. साथ ही पैदल चलने वाले लोगबाग भी बायी ओर से सडक किनारे पैदल चलते है. ऐसे में पैदल चलने वाले लोगों को अपने पीछे से आ रहा वाहन दिखाई ही नहीं देता. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, सडकों पर वाहन तो बायी ओर से ही चलें, परंतु पदयात्रियों द्बारा दाहिनी ओर के फुटपाथ को पैदल चलने हेतु प्रयोग में लाया जाए, ताकि उन्हें सामने से आ रहा वाहन दिखाई दें और वे किसी भी वाहन के अनियंत्रित होकर अपनी ओर आता दिखाई देने पर अपनी सुरक्षा के लिए समय रहते सतर्क हो सके. इस बात के मद्देनजर अब यातायात पुलिस विभाग द्बारा भी पादचारियों को दाहिनी ओर से चलने हेतु जागरुक व प्रोत्साहित किया जा रहा.
* एक माह दौरान शहर में हुए 46 हादसे
10 लाख की जनसंख्या वाली अमरावती शहर में विगत जनवरी माह के दौरान कुल 46 हादसे घटित हुए. जिसमें से अधिकांश हादसे राष्ट्रीय महामार्ग व राज्य महामार्ग पर घटित हुए है. जिनमें 4 प्राणांतिक हादसों का भी समावेश है.
* 5 की मौत, 37 गंभीर, 46 घायल
शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत जनवरी माह के दौरान घटित हुए भीषण हादसों में 5 लोगों की मौत हुई व 37 लोग गंभीर रुप से घायल हुए. वहीं अन्य छिटपूट हादसों में 46 लोगों को हल्की-फूल्की चोटे आयी.
* पैदल चलते समय दुर्घटना होने की वजहें
पैदल चलने के लिए भी पादचारियों द्बारा अक्सर सडक के बाये किनारे का प्रयोग किया जाता है और सभी तरह के वाहन भी बायी ओर से ही चलते है. जिसकी वजह से पादचारियों को पीठ पीछे से आने वाला वाहन दिखाई नहीं देता. वहीं इन दिनों पैदल चलते समय लोगबाग अक्सर मोबाइल पर बात करते है. जिसकी वजह से उनका सडक पर ध्यान ही नहीं रहता.
* पैदल चलते समय सतर्कता जरुरी
जिन स्थानों पर फूटपाथ नहीं है, वहां रास्ते के दायी ओर से पैदल चलना चाहिए. साथ ही रास्ते के एकदम किनारे से पैदल चलने की बजाय सडक से थोडी दूरी बनाकर पैदल चलना चाहिए और रास्ता पार करने हेतु सडक के पास आते समय दोनो ओर से हो रही वाहनों की आवाजाही पर ध्यान से देखना चाहिए. यह नियम विशेष तौर पर मॉर्निंग वॉक करते समय अमल में लाया जाना चाहिए. ताकि हादसों को टाला जा सके.