जगह-जगह चाय-पान, टेकडी मंदिर पर हुई भव्य ज्योत आरती
अमरावती -दि.29 भगवान श्री रामदेव बाबा के जयंती उत्सव उपलक्ष्य पिछले अनेक वर्षों से निकाली जा रही पैदल ध्वजा यात्रा सोमवार 29 अगस्त को सबेरे 5 बजे से दहीसाथ चौक से आरंभ हुई. गाजे-बाजे के साथ स्त्री-पुरुष भाविक बाबा की धर्म ध्वजा लेकर बडे उत्साह से निकले. बरसात भी उनका उत्साह कम नहीं कर सकी. एक वाहन पर बाबा की अश्वारुढ प्रतिमा भी ध्वजा यात्रा में सहभागी रही. ध्वजा यात्रा बाबा के प्रिय भजनों का गायन तथा बाबा के विविध नामों के जयकारें करती हुई अंबागेट, गांधी चौक, राजकमल, राजापेठ, कंवर नगर, दस्तुर नगर होते हुए मालखेड रोड, छत्री तालाब के आगे अंजनी हनुमान मंदिर के पास स्थित रामदेव बाबा टेकडी मंदिर पहुंची. इस बीच भक्तों ने पैदल यात्रियों के लिए अल्पोहार व चाय-पान का सुंदर प्रबंध भी अनेक स्थानों पर किया. टेकडी के चमत्कारी रामदेव मंदिर में दुग्धाभिषेक और भव्य ज्योत आरती की गई.
बाबा के परम भक्त सर्वश्री विजय पांडे, मधुसूदन अग्रवाल, गोपाल बजाज, आशिष बजाज, पूजा बजाज, संगीता बजाज, शंकर व्यास, शैलेश शर्मा, संजय गुप्ता, मानकजी सोमानी, कुंदन गुप्ता, प्राची गुप्ता, सुगना पांडे, मांगीबाई कोलरिया, सीतादेवी कोलरिया, बी.बी. पाटील, विकास मोरे, सुरेश सोमानी, प्रवीण सोमानी, सपना व्यास, मुरली व्यास, देवांश व्यास, मनन व्यास, मंजू व्यास, रेणु व्यास, शोभा ओझा, संतोष तिवारी, रक्षा साहू, प्राची जामुका, महेंद्र प्रजापत, पुष्पाप प्रजापत, अभिषेक प्रजापत, शिवाजी प्रजापत, लक्ष्मण गिरी, कोमल सोनी, विनोद ओझा, संगीता ओझा, निकिता शर्मा, पवन प्रजापत, राजेश प्रजापत, दीपचंद प्रजापत, कृष्णा प्रजापत, अक्षय प्रजापत, मीरा प्रजापत, संगीता पनपालिया, उषा नावंदर, नीलेश अग्रवाल, रामू चौधरी, रोमिका कदम, रमेश पांडे, लीलादेवी पांडे, महेश पांडे, सुनिता पांडे, विजय पांडे, किरण पांडे, शुभम पांडे, विशेष पांडे, एश्वर्या पांडे, आकांक्षा पांडे, अक्षिता पांडे, जमनाबाई कोलरिया, ममता अनासाने, भाग्यश्री अनासाने, रेखा काजलकर, सूरज जैन, उमेश वजीर, खुशी गुप्ता, स्नेहा गुप्ता, आशू गुप्ता, अजय गुप्ता, दीपक गुप्ता, मूस्कान गुप्ता, मांगीलाल ओझा, मनीष ओझा, कौशिक ओझा, तुषार शर्मा इंदौर निवासी सहित बडी संख्या में बालगोपाल और स्त्री-पुरुष भक्त ध्वजा यात्रा में सहभागी हुए और बाबा का जन्मोत्सव मनाया. बाबा के टेकडी मंदिर पर पचरंगी ध्वजा और नेजा लहराई गई. बाबा के जयकारों तथा भजनों से इन भाविकों ने अंबानगरी के लोगों का ध्यान बरबस अपनी ओर खींचा.