शहर में हुई वक्फ बचाओ कॉन्फ्रेंस
संभाग के पांचों जिलो के मुस्लिम धर्मगुरुओं की रही उपस्थिति

* वक्फ संशोधन कानून को वापिस लिए जाने की उठाई गई पूरजोर मांग
अमरावती/दि.19 – केंद्र सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम में संशोधन कर बनाया गया नया कानून मुस्लिमों के मजहबी अधिकारों के खिलाफ है. साथ ही यह मुस्लिमों के संवैधानिक अधिकारों का हनन भी करता है. अत: मुस्लिम समुदाय द्वारा इस नए कानून का समर्थन नहीं किया जा सकता. जिसके चलते केंद्र सरकार द्वारा इस कानून को तुरंत वापिस लेकर खारिज किया जाए, इस आशय की मांग को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की जिला शाखा द्वारा अमरावती में वक्फ बचाओ मुहिम के तहत वक्फ बचाओ कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था. जिसमें अमरावती संभाग के पांचों जिलों के मुस्लिम धर्मगुरुओं की उपस्थिति रही.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से लालखडी रोड स्थित सरकार पैलेस में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में बोर्ड के संभाग संयोजक मुफ्ती फिरोज, अमरावती जिला संयोजक मौलाना मुबश्शीर, यवतमाल जिला संयोजक मुफ्ती इनाम, बुलढाणा जिला संयोजक मौलाना इरफान, वाशिम जिला संयोजक मौलाना आसीफ व अकोला जिला संयोजक मुफ्ती हुफैज सहित प्रत्येक तहसील से मुस्लिम समाज के 5-5 जिम्मेदार प्रतिनिधि उपस्थित थे. साथ ही इस कॉन्फ्रेंस में जमाते इस्लामी, अहले सुन्नत व वहादते इस्लाम सहित जमीयत उलमा ए हिंद के दोनों गुटों के प्रतिनिधि भी बडी संख्या में उपस्थित थे. इस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार की ओर से पारित वक्फ संशोधन कानून का विरोध करते हुए कहा गया कि, इस कानून की वापसी हेतु ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा विभिन्न संगठनों का साथ लेकर सुप्रीम कोर्ट में पीटीशन दायर की जाएगी, तथा मजहबी अधिकारों का उल्लंघन करनेवाले इस कानून को बिलकुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा.