वार बडा कि त्यौहार में बाजी रही पर्व के साथ
धनतेरस की रिकॉर्ड बे्रक खरीदी, 1500 किलो चांदी की विक्री
*सोने में भी जमकर कारोबार
* लगातार दूसरे दिन लोग उमडे
* सराफा, वाहन, बर्तन, कपडा, इलेक्ट्रॉनिक्स, मिठाई सभी प्रकार की वस्तुओं की जमकर खरीदारी
अमरावती दि.23 – वार बडा कि, त्यौहार. यह उक्ति रविवार को अनेक में आपस में पूछी, तो उत्तर उत्सव के साथ रहा. रविवार होने के बावजूद शहर और जिले में आभूषण से लेकर मिट्टी के दीये तक की विक्री-कारोबार जोरदार रहा. सराफा बाजार में मंदी के बादल छट गये. इस अंदाज में लगातार दूसरे दिन कारोबार हुआ. एक अंदाज के अनुसार डेढ हजार किलो से अधिक चांदी की विक्री विभिन्न रुपों में हुई. वहीं चांदी का 5 किलो का सिक्का न सिर्फ चर्चा का विषय बना बल्कि विक्री में भी भाव खा गया. एक प्रमुख ज्वेलर द्बारा बनाया गया 3.15 लाख रुपए के सिक्कें की चांदी निवेशकों ने जमकर खरीददारी करने का समाचार है. दूसरी तरफ सोने के प्रमुख व्यापारियों ने भी रविवार को भी अच्छी विक्री होने की जानकारी दी. हालांकि समाचार लिखे जाने तक सोने की विक्री का आंकडा देने से बाजार के जानकार इनकार कर रहे थे. मोटे तौर पर करीब 18-20 किलो कारोबार 52,200 की रेट से होने की अपुष्ट जानकारी मिल रही है. चांदी की विक्री आज भी 60 हजार रुपए प्रति किलो से की गई. बाजार में परंपरागत तौर पर एपी सिल्वर, त्रिमूर्ति, उजैनकर, गजानन, गांधी आभूषण, जडिया, गुहे, रत्नम, तारेकर, मुंडेगावकर, अग्रवाल, आदि ज्वेलर्स से बडे प्रमाण में 5, 10, 20, 50 ग्राम के सिक्के विक्री का भी अनुमान है.
* उम्मीद से दुगुना
देश भर में अलग-अलग मान्यता सेे धनतेरस दो दिन मनाई जा रही. जिसके कारण बाजार में रविवार को जमकर धन का वर्षाव जारी रहा. आज भी लोगों ने अपनी मनपसंद वस्तुओं की खूब खरीददारी की. सराफा में आभूषणों के साथ धनतेरस दिवाली पर होने वाली सोने और चांदी की विक्री उफान पर रही. ऐसे ही बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान-शोरुम में संचालक तथा सेल्समन ग्राहकी में लगातार व्यस्त नजर आये. मिठाई की दुकानों में भी ग्राहक उमडे. कपडे के शोरुम खचाखच भरे थे. ग्राहक अपने पसंदीदा परिधान खरीदते नजर आये. आराधना और श्रद्धा साडिज जैसे प्रसिद्ध स्टोर के अलावा बापट चौक, नमूना, तखतमल स्टेट, जवाहर रोड पर सभी छोटी-बडी दूकानों और शोरुम में महिलाओं-बच्चों ने भारी भीड की थी. बल्कि व्यापारियों को आशा है कि, रविवार को और अधिक प्रमाण में ग्राहकी रहने की जानकारी दी. उम्मीद से दुगना मिलने वाला जुमला सही सिद्ध हुआ.
* व्यापारी, ग्राहक सभी की ‘चांदी’
धनतेरस 2 दिन मनाये जाने से सराफा व्यापारी सबसे ज्यादा प्रसन्न नजर आये. शनिवार की तरह रविवार को भी मार्केट में सभी प्रमुख पेढीयों पर ग्राहकों का सुबह से ही अंबार लगा रहा. लोगों ने अपनी यथाशक्ति 1 ग्राम, 5 ग्राम और 10 ग्राम के सोने के सिक्के खरीदे. वहीं चांदी के कलदार के साथ लक्ष्मी, गणेश के पारंपारिक सिक्कों की भी जमकर विक्री हुई. चांदी के गिलास, कटोरी, चम्मच, बर्तन के साथ बडी मात्रा में गिफ्ट आर्टिकल खरीदे गये. रविवार को सराफा बाजार बडे सबेरे ही खुल गया था. सबेरे से सभी प्रकार के छोटे-मोटे गहनों के साथ चांदी के सामान की देर शाम तक समाचार लिखे जाने तक ग्राहकी चली.
* 52 और 60 हजार भाव
सोने के दाम 52,200 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी के रेट 60 हजार रुपए प्रति किलो रहे. स्थानीय बाजार में जयस्तंभ चौके के एकता आभूषण, मीनाक्षी खंडेलवाल ज्वेलर्स, सराफा के जेपी कोठारी ज्वेलर्स, एपी सिल्वर, माधुरी ज्वेलर्स, गांधी चौक के महालक्ष्मी ज्वेलर्स, कुबडे सराफ ज्वेलर्स, राजकमल के रत्नम और तारेकर ज्वेलरी आदि प्रमुख दुकानों में सुबह से ही ग्राहकों की रेलचेल रही.
* उपकरणों की भारी विक्री
दिवाली पर खरीददारी का विचार सभी ने पूर्ण किया. जिससे घरेलू उपकरणों का बाजार भी बेहतर रहा. मोबाइल हैंडसेट, कम्प्यूटर, लैपटॉप, फ्रीज, टीवी सेट, ओवन, मिक्सर ग्राइंडर, आलमारी, फर्निचर, वॉटर प्यूरिफायर, गृह सजावट के सामान की भी बडी मात्रा में विक्री हुई. जिससे व्यापारियों को भी इस बार की दीवाली बडी पसंद आयी है. अमरावती में कई करोड का बिजनेस हुआ है. इसके पीछे सरकार द्बारा किसानों को अंतत: दी गई सहायता राशि और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के दिवाली पूर्व वेतन से भी बाजार में रौनक आने की जानकारी जानकारों ने अमरावती मंडल को दी.