अमरावतीमहाराष्ट्र

अपर वर्धा जलाशय पर बडी संख्या में पहुंचे वारकरी पक्षी

मौसम परिवर्तन का स्थलांतर पर परिणाम

अमरावती/दि.9-उत्तरी गोलार्ध के विभिन्न देशों से प्रवासी पक्षी सर्दियों के दौरान दक्षिणी गोलार्ध में हजारों किलोमीटर की यात्रा करते हैं, और तीन हवाई मार्गों के माध्यम से भारत में प्रवेश करते हैं और विश्राम करते हैं. मध्य एशियाई फ्लाईवे, पूर्वी एशियाई ऑस्ट्रेलियन फ्लाईवे, एशियाई पूर्वी अफ्रीकी फ्लाईवे इन तीन हवाई मार्ग से भारत में दाखिल होते है. पश्चिमी विदर्भ का सबसे बडा अपर वर्धा जलाशय, जो जैव विविधता से समृद्ध है, विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के बडी संख्या में शीतकालीन प्रवास का स्थान है. अपर वर्धा जलाशय पर विविध पक्षियों का मेला लगा है. इनमें से अधिकांश जलपक्षी हैं. जिनमें बतख और हंस भी शामिल हैं.
उत्तर में कडाके की ठंड से बचने के लिए प्रवासी पक्षी यूरोप, एशिया, साइबेरिया, कजाकिस्तान, मंगोलिया और रूस से अपरी वर्धा जलाशय की ओर स्थलांतर करते हैं. इनमें नॉर्दर्न शॉवेलर, स्पून बिल, नॉर्दर्न पिंटेल, रूडी शेल्डक (चक्रवाक), यूरेशियन कूट (वारकरी), कॉमन टील (चक्रांग बतख), गडवाल (मलीन डक), गार्गिनी (भुवई डक), यूरेशियन विजन (तरंग डक), रेड क्रेस्टेड पोचार्ड (लालसरी) आदि बत्तख प्रजाति के पक्षी, साथ ही बार हेडेड गूज (पट्टकदम्ब), ग्रेलॅग गूज (कलहंस) और दुर्लभ व्हाइट फ्रंटेड गूज हंस (सफेद सिर वाला कलहंस) यह हंस की प्रवासी प्रजाति है.
मडबर्ड्स में पैसिफिक गोल्डन प्लोवर (सोनचिखल्या), लिटिल रिंग्ड प्लोवर (सोनचिखल्या), लिटल रिंग्ड प्लोवर (कंठेरी चिखल्या), ब्लैक टैलैंड गोडविट, कॉमन ग्रीनशैंक, कॉमन रेडशैंक, वुड सैंडपाइपर, ग्रीन सैंडपाइपर, कॉमन सैंडपाइपर, मार्श सैंडपाइपर, रफ, रिवर टर्न, व्हिस्कर टर्न, सी-गल, पलाश गल का मुक्काम अपर वर्धा जलाशय के कुछ क्षेत्र में कुछ माह तक रहेगा.
* कॉमन कूट की संख्या आश्चर्यजनक
दो वर्षों में केवल 20-30 कॉमन कूट पक्षियों का निरीक्षण प्रा. लुंगे ने दर्ज किया था. यह पक्षी मुर्गे के आकार का होता है और पानी में तैरते समय दूर से बत्तख जैसा दिखता है. माथे पर सफेद तिलक होता है, इसलिए उन्हें वारकरी कहा जाता है.
पक्षियों के प्रवास, प्रजनन, अन्न प्राधान्य और अधिवास आदि का वैज्ञानिक अध्ययन श्री. आर. आर. लाहोटी विज्ञान कॉलेज के प्रा. अश्विन लुंगे विगत तीन साल से श्री शिवाजी विज्ञान कॉलेज के प्रा.डॉ. गजानन वाघ के मार्गदर्शन में कर रहे हैं.

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