अमरावती/दि.17- इस बार अमरावती जिले के सैकडों गांवों में ग्रीष्मकाल पेयजल के लिहाज से काफी कुछ बदला हुआ रहेगा. जल जीवन मिशन का प्रभावी क्रियान्वयन होने से लोगों को भरपूर पानी उपलब्ध करवाने की व्यवस्था हो रही हैं. सरकार 258 करोड रुपए खर्च कर 661 ग्राम तथा बस्तियों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने जा रही हैं. इसमें आधा खर्च केंद्र तथा बाकी राज्य सरकार वहन करने की जानकारी अधिकृत सूत्रों ने दी और बताया कि, संपूर्ण प्रारुप को मंजूरी दी हैं. जिससे लोगों को बारोमास पानी उपलब्ध रहेगा.
* प्रति व्यक्ति 55 लीटर
जिले में प्रत्येक नागरिक को 55 लीटर पानी उपलब्ध करने की दृष्टि से उपाय योजना की गई हैं. 2024 तक यह योजना साकार हो जाएगी. वर्कऑर्डर जल्द दिए जाने की संभावना हैं. जिन गांवों में पेयजल का संकट रहता था, वहां योजनाओं को पहले क्रियान्वित किया जा रहा हैं. मेलघाट के आदिवासी बहुल ग्राम सहित अन्य जलसंकट वाले गांवों पर भी ध्यान दिया गया हैं. इन ग्रामों का जलजीवन मिशन कार्यक्रम में समावेश किया गया.
* बीत जाएंगे संकट के दिन
देहाती भागों में पेयजल की बडी समस्या का सामना लोगों को करना पडता हैं. ग्रीष्मकाल में यह संकट बढ जाता. लोगों को पानी के लिए यहां वहां भटकना पडता था. ऐसे में सरकार की जलजीवन योजना आई. जिसमें जलसंकट का सामना कर रहे देहातों को प्राथमिकता दी गई. जलापूर्ति योजना तैयार कर उसे तकनीकी मंजूरी दी गई हैं. अब लोगों को गर्मी के दिनों में टैंकर अथवा जार के पानी पर निर्भर नहीं रहना होगा.