अमरावतीमहाराष्ट्र

15 रुपये की पानी बॉटल रेल्वे स्टेशन पर 20 रुपये में

शिकायत कहा करें यात्रियों में परेशानी

बडनेरा रेल्वे स्टेशन पर हो रही आर्थिक लूट
प्रशासन से ध्यान देने की यात्रियों ने की मांग
बडनेरा /दि.01– शहर रेल्वे स्टेशन पर हर रोज हजारों प्रवासी प्रवास करते है. हर रोज 60 से 70 रेल्वे गाडियां देश के कोने-कोने तक आती जाती है. यहां गर्मियों में रेल्वे यात्रियों को काफी आर्थिक लुट का सामना करना पडता है. रेल्वे स्थानक पर पानपोई तक जाने के लिए हर यात्रियों के लिए संभव नहीं होता है. ऐसे समय पर यात्रियों को पानी की बॉटल खरीदनी पडती है. अधिकृत व कई बार अनाधिकृत विक्रेता के पास पानी की बॉटल पुरे 20 रुपये में बिकती नजर आती है.

15 रुपये की पानी बॉटल 20 रुपये में
चिल्लर न होने का कारण
रेल्वे के यात्री जब प्लैटफार्म पर पानी की बॉटल लेने के लिए जाते है, तो उनसे सीधे 20 रुपये लिए जाते है. यहां पर पानी बॉटल विक्रेता चिल्लर नहीं होने का बहाना करते है.
अवैध वेंडर की भरमार
अवैध तरीके से पानी की बॉटल बेचने वाले वेंडरों व्दारा किसी का डर रहे बिना ही 15 की पानी की बॉटल पुरे 20 रुपये में बेची जाती है.
कुछ स्थानों पर ही लिए जाते 15 रुपये
गरमी के दिनों में पानी की बॉटल की विक्री बडे प्रमाण पर होती है. ऐसे समय में अवैध तरीके से पानी की बॉटल बेचने वालों की संख्या अधिक रहती है. वे अधिक पैसे लेते है. कुछ अधिकृत विक्रेता ही पानी की बॉटल 15 रुपये में बेचते नजर आ सकते है.
कहां करे शिकायत?
पानी की बॉटल के लिे 15 रुपये दें. ऐसे फलक विक्रेताओं के पास लगे हुए है. फिर भी अधिक पैसों की मांग करने वालों के खिलाफ रेल्वे विभाग के पास कानूनी तौर पर शिकायत कर सकते है. ऑनलाइन शिकायत करने के लिए भी सुविधा दी गई है.

यात्रियों की शिकायत दर्ज
बडनेरा रेल्वे स्टेशन पर कुछ प्रवासियों की ओर से पानी की बॉटल पर अधिक पैसे वसुलने की शिकायत मिलने की जानकारी संबंधित व्यापार विभाग की ओर से प्राप्त हुई है. विगत सप्ताह एक यात्री ने इसी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई थी.क्स

यात्रियों से आवाहन
यात्रियों ने रेल्वे स्टेशन पर तथा रेल्वे में एक लीटर पानी की बॉटल की किमत 15 रुपये ही दे. कोई 15 रुपये से ज्यादा किमत वसुलता है, तो रेल्वे प्रशासन को इसकी जानकारी दें. रेल्वे स्टेशन पर पीने के पानी की मुफ्त व्यवस्था रहती है. अनधिकृत फेरीवालों से बॉटल खरीदी न करें. ऐसा आवाहन रेल्वे विभाग की ओर से किया गया है. ऐसी स्थिती में शिकायत की दखल जरूर ली जाती है.

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