पानी की चिंता बढी, अपर वर्धा में 63 फीसद जलसंग्रहण
अपमान बढते ही पानी की मांग और इस्तेमाल बढा
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अमरावती /दि.21– फरवरी की शुरुआत से ही ग्रीष्मकाल के जैसा वातावरण हो गया है. तापमान बढने से पानी की मांग और इस्तेमाल भी बढ गया है. इस कारण अपर वर्धा का जलस्तर कम होता जा रहा है. वर्तमान स्थिति में जिले के मोर्शी स्थित अपर वर्धा बांध में 63 प्रतिशत जल संग्रहित रहने से प्रशासन सहित सभी की चिंता बढ गई है.
* बांध की क्षमता 1047 दलघमी
जिले के छोटे-बडे छप्पन प्रकल्पों में 1047.30 दलघमी जलसंग्रहण की क्षमता है. इसमें अपर वर्धा बांध में 564.05 दलघमी, मध्यम 7 प्रकल्पों में 256.24 दलघमी और 56 लघु प्रकल्प में 227.01 दलघमी जलसंग्रहण की क्षमता है.
* अमरावती जिले की स्थिति
– 56 कुल प्रकल्प है. इसमें एक प्रकल्प बडा, मध्यम 7 और लघु प्रकल्प 48 है.
– 60 प्रतिशत जलसंग्रहण, इन सभी प्रकल्पों में वर्तमान स्थिति में औसतन 60.73 प्रतिशत जल संग्रहित है.
– 59 प्रतिशत गत वर्ष जलसंग्रहण, इन सभी प्रकल्पों में गत वर्ष आज की तिथि तक 59.85 प्रतिशत जलसंग्रहण था.
– 638 दलघमी वर्तमान का उपयुक्त जलसंग्रहण व 1047 दलघमी प्रकल्प उपयुक्त जलसंग्रहण है.
* प्रकल्प की वर्तमान स्थिति
– सपन बांध मेें 90 प्रतिशत
– चंद्रभागा में 84 प्रतिशत
– पूर्णा में 70 प्रतिशत
– शहानुर में 72 प्रतिशत
– अपर वर्धा में 64 प्रतिशत
– 48 लघु प्रकल्प में 57 प्रतिशत