जिले में 808 जलस्त्रोतों का पानी पाया गया दूषित
अमरावती /दि.22– अमरावती संभाग में वर्ष 2023-24 के दौरान भूजल संवेक्षण विभाग, जीएसडीए (अमरावती) की ओर से प्रादेशिक जलपरिक्षण प्रयोगशाला के जरिए जलस्त्रोतों के पानी का परिक्षण करने हेतु हजारों सैम्पल लिये गये. जिसमें अमरावती सहित विभाग में आने वाले जिलों के गांवों में स्थित कई जलस्त्रोतों का पानी दूषित पाया गया. पानी के यह सभी सैम्पल तालाब, कुएं व बोअरवेल से लिये गये थे. जिसका सीधा मतलब है कि, संबंधित जलस्त्रोतों से लोगबाग अशुद्ध पानी का सेवन कर रहे है.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पर्यावरण अभ्यासक व ग्रीन प्लानेट सोसायटी के अध्यक्ष प्रा. सुरेश चोपने ने बताया कि, किसी भी जलस्त्रोत का पानी पीने हेतु योग्य है अथवा नहीं, इसकी जांच की जाती है और जांच के दौरान दूषित पाये जाने वाले पानी को शुद्ध करने की प्रक्रिया भी जिला प्रशासन द्वारा की जाती है. यहीं वजह है कि, समय-समय पर प्रादेशिक जल परीक्षण प्रयोगशाला में पानी के सैम्पल जांचे जाते है. वर्ष 2023-24 के दौरान अमरावती जिले की सभी 14 तहसीलों में 2280 जलस्त्रोतों व जलप्रवाहों से पानी के 23 हजार 506 सैम्पल लिये गये और परीक्षण के बाद पाया गया कि, 808 गांवों में नदी, नालों, कुओं व तालाबों के जरिए उपलब्ध होने वाला पानी बिल्कुल भी पीने योग्य नहीं है.
* तहसीलनिहाय आंकडे
तहसील सैम्पल प्रभावित गांव
मोर्शी 1554 69
वरुड 1601 67
तिवसा 1570 20
चांदूर रेल्वे 1573 53
नांदगांव खंडे. 3313 77
भातकुली 1191 30
दर्यापुर 842 41
अंजनगांव सुर्जी 1074 51
धारणी 1820 92
चिखलदरा 1894 85
चांदूर बाजार 1490 72
धामणगांव रेल्वे 1879 33
अमरावती 1777 31
कुल 23056 808
* किस जिले में कितने सैम्पल दूषित
इस परीक्षण हेतु अमरावती संभाग में शामिल पांचों जिलों में पानी के सैम्पल लिये गये थे. जिसमें से अमरावती जिले के 808, यवतमाल जिले के 874, वाशिम जिले के 184, बुलढाणा जिले के 746 व अकोला जिले के 809 सैम्पल दूषित पाये गये.