* कुरलपूर्णा में कूपनलिका का शुभारंभ
चांदूर बाजार/ दि.31 – पिछले कुछ वर्षो से अकाल की परिस्थिति की वजह से भूजलस्तर सतत घट रहा हैं. पीने के लिए व खेत में सिंचाई के लिए पानी की मांग बढ रही हैं. वर्तमान परिस्थिति में भूजल संग्रह का जतन करना काल की आवश्यकता हैं. अटल भूजल योजना अंतर्गत भूजल मापक यंत्र कूपनलिका स्थापन से जलस्तर का अचूक अंदाजा लगाया जा सकता है ऐसा प्रतिपादन राज्य के जलसंपदा व लाभ क्षेत्र विकास राज्यमंत्री बच्चू कडू ने व्यक्त किया.
राज्यमंत्री बच्चू कडू चांदूर बाजार तहसील अंतर्गत आनेवाले कुरलपूर्णा में भूजल पामक यंत्र कूपनलिका के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे. उनके हस्ते उद्घाटन किया गया. इस समय सरपंचा किरण धुर्वे, उपसरपंच मुकूंद मोहोड, भूजल सर्वेक्षण विकास यंत्रणा कार्यालय के उपसंचालक संजय कराड, वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक हिमा जोशी उपस्थित थी. विविध शासकीय विभागों के समन्वय से गांव के विकास के लिए अटल भूजल योजना अंतर्गत भूजल पुर्नभरण, जलसंधारण, आधुनिक तकनीकी के मार्फत पानी की बचत, विविध उपाय योजना व लोगों के सहयोग से प्रस्तावित हैं.
हर गांव में जल सुरक्षा का नक्क्षा तैयार कर कृषि, महसूल, जलसंधारण, जलापूर्ति, स्वच्छता, सिंचाई विभाग आदि शासकीय विभाग व लोक सहभाग के समन्वय व्दारा गांव का विकास करने की यह अभिनव योजना हैं. इस योजना को साकार करने का मानस शासन का हैं. योजना पर अमल किए जाने हेतु जिले की 90 ग्राप के 207 गांवों का समावेश किया जाएगा. अतिशोषित क्षेत्र में समाविष्ट वरुड, मोर्शी व चांदूर बाजार के भूजस्तर को बढाकर पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए आगे 4 सालो के लिए यह योजना चलायी जा रही हैं. इस समय भू-वैज्ञानिक प्रतिक चिंचमलातपुरे, इंद्रजीत दाभेराव, नामदेव झोंबाडे, सूचना संवाद तज्ञ दिनेश खडसे, कृषि अधिकारी नितिन तट्टे, भू-वैज्ञानिक संस्था जिला अमल भागीदारी संस्था अध्यक्ष डॉ. यशवंत पांडे उपस्थित थे.