अमरावती/ दि.14 – विगत दिंसबर माह में पिछले पांच वर्षो का रेकार्ड तोडते हुए संभाग के जलाशयों में 92.40 प्रतिशत जलसंचय दर्ज किया गया था. गत वर्ष हुई जोरदार बारिश के चलते सभी जलाशय भर गए थे. किंतु गर्मी की आहट होेते ही धीरे-धीरे जलाशयों में जलस्तर आहिस्ता-आहिस्ता घर रहा है. सिंचाई विभाग व्दारा 10 फरवरी को दी गई रिपोर्ट के अनुसार 5 जिलों के जलाशयो में औसतन 70.71 फीसदी जलसंचय है. संभाग के लघु,मध्यम व बडे कुल 415 जलाशयों की क्षमता 3171.26 10 लाख घनमीटर (दलघमी) है. जिसमें वर्तमान जलसंचय 2242.40 दलघमी है. आगामी दिनों में भीषण गर्मी के चलते जलस्तर और भी घटने का अनुमान है.
संभाग के 5 जिलों में यवतमाल के जलाशय में सर्वाधिक 73.81 फीसदी जलसंग्रह है. यहां 912.53 दलघमी क्षमता वाले 121 प्रकल्पों में 664.45 दलघमी (73.81) फीसदी जलसंग्रह है जबकि संभागीय मुख्यालय अमरवती जिले के 959.53 दलघमी क्षमता वाले 47 प्रकल्पों में 670.67 दलघमी क्षमता वाले 51 प्रकल्पों में (69.90) प्रतिशत जलशेष है. अकोला में 376.02 दलघमी क्षमता वाले 47 प्रकल्पों में 257.59 दलघमी (68.50) प्रतिशत तथा बुलढाणा में 565.29 दलघमी क्षमता वाले 51 प्रकल्पों में 333.49 दलघमी (71.67) फीसदी तथा वाशिम में 457.89 दलघमी क्षमता वाले 159 प्रकल्पों में 316.20 दलघमी (69.06) फीसदी जलभंडार है.
जिला निहाय बांध की क्षमता व वर्तमान जलसंग्रह
जिला बांध क्षमता जलसंग्रह प्रतिशत
अमरावती 47 959.53 670.67 69.90
अकोला 47 376.02 257.59 68.50
बुलढाणा 51 465.29 333.49 71.67
यवतमाल 121 912.53 664.45 73.81
वाशिम 149 457.89 316.20 69.06
कुल 415 3171.26 2442.40 69.71
जलस्तर गत वर्ष की तुलना में बेहतर
अमरावती जिले के दुर्गम इलाकों के साथ संभाग के अन्य जिलों में ग्रीष्मकाल में अक्सर जलकिल्लत का सामना करना पडता है. किंतु इस साल पर्याप्त जलसंग्रह के चलते संभवत: जलकिल्लत से थोडी राहत मिलेगी. बर्शते है सरकार और प्रशासकीय स्तर पर पुख्ता नियोजन हो इस साल फरवरी माह का जलसंग्रह गत वर्ष की तुलना में बेहतर है. साल 2021 के फरवरी माह में इसी दिन 57.34 फीसदी जलसंग्रह था. जबकि इस साल लगभग 13 फीसदी अधिक है.