अमरावती/दि.24 – समय पर मानसून के आगमन की वजह से संभाग के जलाशयों में तेजी से जलस्तर बढ रहा है. संभाग में 9 बडे बांध प्रकल्प है. इन प्रकल्पों का उपयुक्त जलसंग्रह 520.87 मीटर के करीब है. जिसमें इन प्रकल्पों में 37.21 फीसदी जलसंग्रह की जानकारी विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल के सुत्रों द्बारा दी गई.
इस संदर्भ में 23 जून की सुबह 7 बजे की स्थिति की जानकारी के मुताबिक वर्धा प्रकल्प में 338.31, पुस प्रकल्प 398.78, अरुणावती 326.30, बेंबला 266.45, काटेपुर्णा 342.19, वान 395.91, नलगंगा 287.95, पेनटाकली 553.20 तथा खडकपुर्णा प्रकल्प का जलसंग्रह 515.84 मीटर है. इस तरह से संभाग के सभी जलाशयों में तेज गति से जलस्तर बढने की जानकारी दी गई है.
मध्यम प्रकल्पों का भी जलस्तर बढा
समय पर बारिश शुरु होने की वजह से बडे ही नहीं बल्कि मध्यम प्रकल्पों का भी जलस्तर बढा है. संभाग में 25 मध्यम प्रकल्प है. यहां वर्तमान स्थिति में 1033.11 मीटर जलसंग्रह होने की जानकारी प्राप्त हुई है. संभाग के मध्यम जलप्रकल्पों में अमरावती के शहानुर, चंद्रभागा, पुर्णा, सपन, पांढरी, यवतमाल के अधरपुस, सायखेडा, गोकी, वाघाडी, बोरगांव, नवरगांव, आकोला के निगुर्णा, मोर्णा, उमा, घुंगशी, बैरेज, वाशिम के अडाण, सोनल, एक बुर्जी के अलावा बुलढाणा जिले के ज्ञानगंगा, पलढग, मस, कोराडी, मन, तोरणा तथा उतावली प्रकल्प का समावेश है.
बडे प्रकल्पों में जलस्तर की स्थिति
प्रकल्प पूर्ण संचय स्तर आज की स्थिति फीसदी
उर्ध्ववर्धा 342.50 338.31 44.55
पुस प्रकल्प 398.78 391.21 35.91
अरुणावती 330.85 326.30 29.16
बेंबला 368.00 266.45 53.71
काटेपूर्णा 347.77 342.19 29.98
वान 412.00 395.51 32.95
नलगंगा 294.44 287.95 24.45
पेनटाकली 558.50 553.20 26.61
खडकपूर्णा 520.50 515.84 0.00
संभाग में 511 जल प्रकल्प
अमरावती संभाग के पांच जिलों में 9 बडे तथा 25 मध्यम व 477 लघु प्रकल्पों को मिलाकर कुल 511 जल प्रकल्प है. इनकी प्रकल्पीय संकल्पीत उपयुक्त जलभंडार क्षमता 3283.60 है. इन प्रकल्पों में अब तक की बारिश के चलते 1033.11 मिमी जल भंडार है. सभी प्रकल्पों का फिलहाल तक का बारिश का प्रतिशत 31.46 फीसदी रहने की जानकारी सूत्रों व्दारा दी गई है. बारिश के 13 दिनों में ही सभी जल प्रकल्प का जलस्तर तेजी से बढ रहा है. इस बार बारिश की यही गति रही तो जलप्रकल्पों का भंडार शीघ्र ही अत्याधिक रहने की संभावना जताई जा रही है. अभी तक हुई बारिश के चलते सभी जल प्रकल्पों का जलस्तर बढा है. इसमें केवल अकोला जिले के घुंगशी बैरेज के दस दरवाजों को थोडा सा खोलने की नौबत आयी है.