अमरावती

जिले के प्रकल्पों का जलस्तर 14 प्रतिशत से घटा

बढते तापमान के कारण बाष्पीभवन बढत पर

* पानी का इस्तेमाल भी कई गुणा बढा
अमरावती/दि.3 – विगत मानसून में जिले में हुई तेज बारिश के चलते जिले के सभी सिंचाई प्रकल्प लबालब भरकर ओवर फ्लो बह रहे थे. लेकिन अप्रैल में तापमान मेें अचानक वृद्धि होने के कारण प्रकल्पों के पानी का बाष्पीभवन बढ गया है. इसी के साथ ही पानी का इस्तेमाल भी बढने से प्रकल्पों का जलस्तर 14 प्रतिशत से घट गया है. विगत 2 महीनों में जिले के प्रकल्पों का जलस्तर तेजी से कम हुआ है.
जिले के कुल 47 सिंचाई प्रकल्पों में विगत 3 मार्च को 63 प्रतिशत जलभंडार था. लेकिन अब जलभंडार तेजी से घटकर 49 प्रतिशत पर आ गया है. जिले में अप्पर वर्धा यह सबसे बढा प्रकल्प है. इसी के साथ ही शहानुर, चंद्रभागा, सपन, पंढरी, पूर्णा यह मध्यम प्रकल्प व 41 लघु प्रकल्प है. विगत बरसात में यह सभी सिंचाई प्रकल्प लबालब हो गये थे. इन प्रकल्पों में 3 मार्च को 604.65 दशलक्ष घनमिटर जलभंडार था. जिसका प्रतिशत 63 प्रतिशत था. वर्तमान में अप्पर वर्धा में 296 दशलक्ष घनमीटर पानी है, जो प्रकल्प क्षमता से 52 प्रतिशत है. जिले के सभी 47 सिंचाई प्रकल्पों में 49 प्रतिशत जलभंडार है. जिससे विगत 2 महीने में जलस्तर तेजी से घटने की बात सामने आयी. आगामी दिनों में यह जलस्तर और कम होगा. भले ही डैम में वर्ष भर का जलसंचय है फिर भी पानी का इस्तेमाल संभलकर करना पडेगा, ऐसा सिंचाई विभाग द्बारा बताया गया.

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