* सभी मांगे मंजूर
दर्यापुर/दि.12– बांध में पर्याप्त जल न रहने का कारण बताकर दर्यापुर तहसील के येवदा गांव में पिछले 1 साल से जलकिल्लत चल रही थी. प्रहार जनशक्ति पार्टी की तरफ से लगातार इस समस्या को हल करने के लिए अनेक बार संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे गए. इसके बावजूद अधिकारियों व्दारा ध्यान न दिए जाने से बारिश के दिनों में भी येवदा ग्रामवासियों को पानी के लिए भटकना पडा. आखिरकार बुधवार को येवदा गांव के गांधी चौक में प्रहार के प्रदीप वडतकर और शिवसेना शिंदे गुट के सोपान वडतकर के नेतृत्व में ग्रामवासियों ने ठीया आंदोलन किया. मजीप्रा अधिकारियों व्दारा सभी मांगे पूर्ण कर पानी की पुरानी टंकी का नुतनीकरण करने का लिखित पत्र दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त किया गया.
येवदा गांव में वर्तमान में हर चार दिन बाद जलापूर्ति की जाती है. इस कारण नागरिकों को पानी की समस्या का सामना करना पड रहा है. पेयजल के लिए सभी का दर-दर भटकना पडा रहा है. पानी की इस समस्या को सुलझाने के लिए महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण को प्रहार जनशक्ति पार्टी की तरफ से प्रदीप वडतकर ने अनेक बार ज्ञापन सौंपे. 10 अक्तूबर को सौंपे गए ज्ञापन में अल्टीमेटम दिया गया था. इस अल्टीमेटम के बाद मजीप्रा अधिकारियों ने तत्काल पहल करते हुए हर एक दिन बाद जलापूर्ति शुुरु कर दी. कुछ मांगे पूर्ण न करने पर येवदा शहर के गांधी चौक में बुधवार 11 अक्तूबर को आंदोलन की चेतावनी दी गई थी. इसके मुताबिक प्रहार के प्रदीप वडतकर और शिवसेना शिंदे गुट के सोपान वडतकर ने ग्रामवासियों के साथ ठीया आंदोलन शुरु कर दिया. आंदोलन की जानकारी मिलते ही मजीप्रा के अभियंता राउत तत्काल आंदोलन स्थल पहुंचे और उन्होंने सभी मांगे मंजूर कर नई पानी की टंकी से 15 दिनों में जलापूर्ति करने और जल्द ही पुरानी टंकी का नुतनीकरण करने का पत्र आंदोलकों को दिया. यह पत्र ग्रामवासियों को पढकर सुनाया गया. पश्चात यह आंदोलन समाप्त हुआ.