अमरावती/दि. 10 – बढते तापमान के साथ ग्रामीण क्षेत्र में जलकिल्लत निर्माण हो गई है. साथ ही दूषित जल के कारण नागरिकों का स्वास्थ भी खतरे में आ गया है. जिले के 8 तहसीलो के पेयजल के नमूने दूषित पाए जाने से जिला परिषद प्रशासन की तरफ से संबंधित गटविकास अधिकारी व स्वास्थ अधिकारियों को सूचना दी गई है.
ग्रामीण क्षेत्र में फिलहाल जलकिल्लत जारी रहते कुछ स्थानो पर जलस्त्रोत के जल नमूने दूषित पाए गए है. ऐसा रहा तो भी अब तक जिले में कही भी संक्रामक बीमारी का प्रादूर्भाव न रहने की जानकारी स्वास्थ विभाग की तरफ से दी गई है. हर वर्ष ग्रीष्मकाल में ग्रामीण क्षेत्र में डायरिया, टाईफाईड के मरीज पाए जाते है. उपाययोजना के रुप में स्वास्थ विभाग के अंतर्गत संबंधित विभाग की तरफ से गांव में जलापूर्ति करनेवाले जलस्त्रोत के नमूनो की जांच की जाती है. इसके मुताबिक मार्च महिने 14 तहसील के 1491 जल नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए. इसमें से 25 स्थानों का पेयजल अयोग्य पाया गया है. दूषित जलस्त्रोत में अतिरिक्त ब्लिचिंग पावडर के माध्यम से यह पानी पीने के योग्य किया जाता है. गांव में जलापूर्ति होनेवाले जलस्त्रोत में नियमानुसार ब्लिचिंग पावडर का प्रमाण रहना आवश्यक है. लेकिन अनेक ग्रामपंचायतो में लापरवाही बढते जाने से कुछ स्थानों के जल नमूने दूषित पाए जा रहे है.
* 13 टैंकर से जलापूर्ति
वर्तमान स्थिति में जिले में 13 टैंकर शुरु है. इस माध्यम से नागरिकों की प्यास बुझाई जा रही है. चांदुर रेलवे तहसील के सावंगी मग्रापुर, चिखलदरा तहसील के बेला, मोथा, धामकडोह, आकी, बहादरपुर, गौलखेडा बाजार में प्रत्येकी एक तथा खडीमल में चार टैंकर की माध्यम से जलापूर्ति हो रही है. इस गांव में जलजीवन मिशन के काम अभी तक पूर्ण न होने से इस गांव में टैंकर के जरिए जलापूर्ति की जा रही है. विशेष यानि पिछले वर्ष टैंकर के दूषित जल के कारण चिखलदरा तहसील के पाचडोंगरी, कोयलारी गांव में भीषण परिस्थिति निर्माण हो गई थी. इस कारण विशेष सावधानी लेने की आवश्यकता है.
* तहसील निहाय दूषित नमूनो की संख्या
अमरावती 6
अचलपुर 3
चांदुर रेलवे 3
धामणगांव रेलवे 3
तिवसा 1
दर्यापुर 1
वरुड 4
भातकुली 4