उष्माघात से बचने पक्षी लेते हैं पानी का सहारा
ठंडक देने वाले बड़, पीपल, नीम के वृक्षों का लेते है आसरा
अमरावती/दि.5-गर्मी के कारण मनुष्य ही नहीं तो पक्षी भी परेशान हो रहे हैं. उष्माघात से उनकी मौत की संभावना बनी रहती है. जिसके चलते ये पक्षी गर्मी के दिनों में पानी के पास ठंडे स्थान पर रहते हैं. वहीं ठंडक देने वाले बड़, पीपल, नीम आदि वृक्षों का आसरा देते हैं, यह जानकारी पक्षी अभ्यासकों ने दी.
जिस तरह गर्मी में मनुुष्य को उष्माघात का धोखा रहता है उसी तरह पक्षियों को भी रहता है. इसमें मनुुष्य तो अपना बचाव करता है, लेकिन पक्षियों का क्या? ये पक्षी स्वयं की जान बचाने के लिए क्या करते हैं, ऐसा प्रश्न निर्माण होता है. उष्माघात से बचने के लिए पक्षी शरीर का तापमान नियंत्रित रखने के लिए लगातार प्रयास करते हैं. बढ़ते तापमान में पक्षी भरपूर पानी पीते हैं. वहीं जिस स्थान पर ठंडक हो ऐसे पानी वाले स्थान, डेरेदार वृक्ष, घने जंगल ऐसे स्थानों पर आश्रय लेते हैं. जिससे गर्मी से वे अपने आपको बचाते हैं. यह जानकारी पक्षी अभ्यासकों ने दी.
इस बार होली से पूर्व ही तापमान अधिक रहा. फिलहाल जिले में 42 से 43 अंश सेल्सिअस तापमान है. बढ़ती धूप के कारण नागरिक परेशान हो गए हैं. मनुष्य की तरह ही पालतु प्राणी, पक्षी या वन्य जीवों पर भी वातावरण बदलने से असर हो रहा है. प्राणियों के शरीर का तापमान मानवी तापमान की अपेक्षा अधिक होने से गर्मी के दिनों में उन्हें शारीरिक बीमारी का सामना करना पड़ता है. फिलहाल अधिक तापमान का पक्षियों को फटका बैठ रहा है. गर्मी के कारण शरीर का पानी कम होने से पक्षी बीमार पड़ते हैं. ऐसे प्राणियों पर समय पर उपचार न किये जाने पर उनकी मृत्यु हो सकती है. पालतु प्राणियों को उपचार मिलता है, लेकिन वन्यजीव सहित पक्षियों को धूप से बचाना कठिन होने के विचार पक्षी अभ्यासकों ने व्यक्त किए हैं.