अमरावती

राज्य में अभी से जलकिल्लत

95 तहसीलों में अत्यल्प पानी

* बांधों में केवल 68 फीसद जलसंग्रह
अमरावती/दि.19– राज्य की 358 तहसीलों में से करीब 95 तहसीलों के बांधों में इसी समय 20 फीसद से भी कम जलसंग्रह बचा हुआ है. जिसके चलते इन तहसीलों में पानी की स्थिति विकट हो गई है. राज्य में इस समय औसत 68 फीसद जलसंग्रह है, जो गत वर्ष की तुलना में 20 फीसद से कम है. राज्य के सांगली, सोलापुर, नगर, बीड, छ. संभाजी नगर व धाराशिव आदि जिलों में सूखे अकाल की तीव्रता लगातार बढती जा रही है. इन तहसीलों में जलसंग्रहण अत्यल्प रहने के चलते पानी को लेकर स्थिति काफी चिंताजनक है.
राज्य में जुलाई के बाद बारिश की झडी नहीं लगी. विदर्भ मराठवाडा व पश्चिम महाराष्ट्र में रुक-रुककर भले ही पानी बरसा हो, लेकिन बांधों के जलसंग्रह में वृद्धि होने लायक इसकी तीव्रता नहीं थी. झमाझम बारिश की अपेक्षा रहने वाले अगस्त माह के साथ-साथ सितंबर माह के पहले पखवाडे में बारिश पूरी तरह से नदारद रही. इस दौरान कुछ जिलों में हल्के स्वरुप की बारिश हुई. लेकिन गत वर्ष की तुलना में राज्य के कुछ जिलों में बारिश की स्थिति काफी खराब थी. ऐसा निरीक्षण जलसंपदा विभाग द्बारा दर्ज किया गया है.
बता दें कि, राज्य में 358 तहसीले है. जिसमें से 95 तहसीलों में जलसंग्रह बेहद कम बचा हुआ है. इन तहसीलों में 0 से 19 फीसद तक जलसंग्रह शेष रहने की जानकारी जलसंपदा विभाग द्बारा दी गई है. पुणे संभाग के पुरंदर, बारामती, दौंड, मान व खटाव इन तहसीलों में जलसंग्रह बेहद कम है. साथ ही सोलापुर जिले में स्थिति सबसे विकट है. जहां पर अक्कलकोट, बारशी, करमाला, मालसिरस, उत्तर सोलापुर व दक्षिण सोलापुर जिलों में पानी को लेकर हालत चिंताजनक है. इसके साथ ही अहमदनगर, सांगली, परभणी, छत्रपति संभाजी नगर, बीड, लातूर, बुलढाणा, जलगांव, जालना व धाराशिव जिलों की भी कई तहसीलों में जलसंग्रह काफी कम बचा रहने की जानकारी है.
इधर विदर्भ के अमरावती व नागपुर संभाग में तुलनात्मक रुप से जलसंग्रहण की स्थिति काफी हद तक राहत वाली कही जा सकती है. हालांकि इन दोनों संभागों में भी कुछ तहसीलें ऐसी है, जहां इस बार बारिश काफी कम हुई है. साथ ही बारिश के पानी का भुगर्भ में पुनर्भरण नहीं होने के चलते अभी से जलकिल्लत महसूस की जा रही है. यहां पर यह सबसे अधिक चिंताजनक है कि, विदर्भ सहित राज्य के सभी इलाकों में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष जलसंग्रहण की स्थिति बेहद कम है. ऐसे में इस वर्ष गर्मी के मौसम दरम्यान समूचे राज्य को भीषण जलसंकट का सामना करना पडेगा. इसके अलावा राज्य के अन्य सभी संभागों की तुलना में कोंकण क्षेत्र में जलसंग्रहण की स्थिति बेहद शानदार है.
* 15 सितंबर को संभागनिहाय जलसंग्रहण की स्थिति
संभाग                 वर्ष 2023           वर्ष 2022
अमरावती             74.50%             90.77%
नागपुर                 83.68%             84.47%
छ. संभाजी नगर    32.51%             81.04%
नाशिक                59.05%             83.57%
पुणे                     73.06%             91.15%
कोंकण                92.70%             90.32%
कुल                    68.23%             87.35%

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