अप्पर वर्धा में अमरावती को एक साल जलापूर्ति करने जितना पानी
कोई चिंता नहीं, किंतु संभलकर करें उपयोग
* 48.30 प्रतिशत भरा है अपर वर्धा बांध
* गर्मियों के कारण कम हो रहा जलस्तर
अमरावती/दि.11- जिले में बांधों में पर्याप्त पेयजल रहने की जानकारी अधिकृत सूत्रों ने आज दोपहर अमरावती मंडल को दी. सूत्रों ने बताया कि, अमरावती और बडनेरा शहर को जलापूर्ति करने वाले अपर वर्धा बांध में आज सुबह 7 बजे 48.30 प्रतिशत पानी भरा था. जो लगभग 273 दलघमी है. शहर और परिसर को रोज 130 दलघमी पानी की सप्लाई की जाती है. मजीप्रा के अभियंता लेवरकर ने दावा किया कि, एक वर्ष तक चले, इतना पानी उपलब्ध है. साथ ही लेवरकर ने अमरावती और सभी लोगों से पानी का देख-संभलकर उपयोग करने की भी अपील की.
* बांध में भरपूर पानी – नंदागवली
उल्लेखनीय है कि, अपर वर्धा बांध से ही अमरावती-बडनेरा सहित अनेक ग्रामों को जलापूर्ति की जाती है. उसी प्रकार खेती-बाडी के लिए पानी दिया जाता है. उपरान्त औद्योगिक ईकाईयों को पानी सप्लाई किया जाता है. डेप्यूटी इंजिनियर मनाली नंदागवली ने बताया कि, बांध में भरपूर पानी है. मोर्शी तहसील स्थित बांध में आज सबेरे की वॉटर लेवल 338.66 मीटर थी, जो बांध की क्षमता का 48 प्रतिशत से ज्यादा है. पिछले वर्ष बांध क्षेत्र में 1080 मिमी बरसात दर्ज की गई थी. उसके कैचमेंट एरिया में अच्छी बरसात हुई थी.
* अमरावती में रोज की खपत
इधर महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के अभियंता संजय लेवरकर ने बताया कि, अमरावती बडनेरा के लिए रोज 130 दलघमी पानी सप्लाई किया जाता है. इतना पानी पर्याप्त है. उस हिसाब से भी बांध में उतना पानी है, जो अमरावती जिले के लोगों को एक वर्ष तक पेय जलापूर्ति आराम से कर सकता है.
* जतन से करें उपयोग
लेवरकर ने कहा कि, अमरावती में भरपूर पानी है. अन्य जिलों की तुलना में पानी के मामले में अमरावती भाग्यशाली है. फिर भी वे चाहेंगे कि, अमरावती के लोग पानी का जतन करें. आवश्यकतानुसार ही उसका उपयोग करें. पानी का दुरुपयोग ठीक नहीं. निर्माणकार्यों के लिए नल के पानी का इस्तेमाल नहीं करने की अपील लेवरकर ने की.
* अन्य बांधों की स्थिति
शहानुर प्रकल्प में 18.63 दलघमी, चंद्रभाग में 24.25 दलघमी, पूर्णा में 21.45 दलघमी, सापन में 19.61 दलघमी पानी उपलब्ध है. सभी बांधों में क्षमता से 50 प्रतिशत से अधिक जलसंग्रह रहने की जानकारी अधिकारियों ने दी है. यह भी बताया कि, भीषण गर्मी के कारण बाष्पीभवन से जलस्तर थोडा कम हो रहा है. किंतु अमरावती जिले के लोगों के लिए काफी भंडारण है. अगले माह मानसून का आगमन होने की संभावना मौसम विशेषज्ञ व्यक्त कर रहे हैं. जिससे संभव है कि, जलसमस्या नहीं पैदा होगी.