मेलघाट के संकटग्रस्त क्षेत्र में टैंकर से की जा रही जलापूर्ति
चिखलदरा/दि.18- मेलघाट में निर्माण जलसंकट पर शासनस्तर पर प्रभावी उपाय योजना नहीं होने से अनेक वर्षों से मेलघाट वासियों को पानी के लिए भटकना पड रहा है. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए मनसे के मनोज चव्हाण ने स्वखर्च से संकटग्रस्त गांवों में जलापूर्ति करने का कार्य हाथ में लिया है. इस ग्रीष्मकाल में भी उनके द्वारा टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है. ग्रीष्मकाल शुरु होने से पूर्व मेलघाट से महाराष्ट्र के अन्य जिले सहित बाहरी राज्य में आदिवासियों के जत्था परिवार समेत पलायन करता है. इसका मुख्य कारण भले ही रोजगार हो लेकिन ग्रीष्मकाल में पानी के लिए हाहाकार को देखते हुए इस गंभीर समस्या से मुक्त होने के लिए वे हर साल स्थलांतरित होते है. मेलघाट में भीषण जलसंकट की गहराने से इस पर मात करने के लिए मनसे ने पहल की है. आडनदी, मनभंग, खडीमल, गांव में मनसे के राज्य महासचिव मनोज चव्हाण की ओर से हरदिन टैंकर उपलब्ध कराया जाता है. इस बार भी जलसेवा कार्य कायम रखा है. भीषण जलसंकट रहने वाले गांव में कम से कम दो फेरियां टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है, ऐसा जिला उपाध्यक्ष प्रितेश अवघड ने बताया.