अमरावती/दि.30 – इस बार की जलकिल्लत निवारण कृति लेखाजोखा की अवधि आज खत्म होने वाली है. किल्लत लेखाजोखा की अवधि यदि खत्म हुई है फिर भी मंजूर उपाययोजना शुरु ही रखने की बात विभाग व्दारा स्पष्ट की गई है. ऐन बारिश के समय यानि जून माह में ही 19 गांवों में टैंकर व्दारा जलापूर्ति की जा रही है. इस कारण फिर से स्थिति जस की तस बनी है.
जिले के चिखलदरा तहसील के अधिकांश गांवों में गत अनेक वर्षों से पानी की किल्लत निर्माण होती है. सैकड़ों गांवों में नागरिकों को किल्लत का सामना करना पड़ता है. इस बार जलकिल्लत नहीं होगी, ऐसा दावा भी जलापूर्ति विभाग व्दारा किया गया था. लेकिन अब वह झूठा साबित हो रहा है. इस बार पानी की किल्लत का लेखाजोखा करीबन 18 करोड़ का था.
चिखलदरा तहसील में कुछ समय पहले पाइपलाइन व्दारा जलापूर्ति करने का नियोजन किया गया था. लेकिन वह संभव नहीं हुआ. प्रति वर्ष करोड़ों रुपए की उपाय योजना जलकिल्लत निर्मूलन के लिये की जाती है. इस कारण अब तो भी कम से कम स्थायी स्वरुप की जलापूर्ति योजना तैयार कर चिखलदरा तहसील की जल किल्लत को हमेशा के लिये रोका जा सकता है.