मोर्शी/दि.18– नगर परिषद की तरफ से मोेर्शी शहर को जलापूर्ति करने के लिए शिंभोरा से पानी छोडा जाता है. इसके लिए भारी मात्रा में बिजली का इस्तेमाल किया जाता है. बिजली बिल अदा न किए जाने से महावितरण की तरफ से बिजली काटी गई है. इस कारण मोर्शी शहर की जलापूर्ति पिछले दो दिनों से बंद है. पानी के अभाव में नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है.
मोर्शी शहर को नगर परिषद की तरफ से जलापूर्ति की जाती है. इसमें करीबन 4 हजार के करीब ग्राहक शहर में है. शहर को जलापूर्ति करने के लिए दो पानी की टंकी है. सुबह के सत्र में पूरानी बस्ती को और दोपहर के सत्र में कॉलोनी परिसर में जलापूर्ति की जाती है. अनेक ग्राहकों व्दारा पानी का बिल अदा न किए जाने से लाखों रुपये का बिल नागरिकों की तरफ बकाया है. इस कारण हर माह आने वाला लाखो रुपयों का बिजली बिल भरने के लिए नगर परिषद के पास पैसे नहीं रहते. इस कारण बिजली बिल की बकाया रकम बढती जा रही है. वर्तमान में एक करोड 20 लाख रुपये के करीब बिजली बिल नगर परिषद के तरफ बकाया बताया जाता है. यह रकम अदा न किए जाने से महावितरण कंपनी ने नगर परिषद की सिंभोरा की बिजली आपूर्ति खंडित कर दी है. इस कारण मोर्शी शहर की जलापूर्ति बंद हो गई है. बिजली बिल कम होने के उद्देश्य से नप प्रशासन ने 1 अक्तूबर से शहर को एक दिन बाद जलापूर्ति करने का निर्णय लिया था. लेकिन शहर में पानी का बिल नियमित अदा करने वाले असंख्य ग्राहक है. उन्हें भी इसका असर होने वाला है. वैसा देखा जाए तो नगर परिषद प्रशासन व्दारा प्रशासक राज रहने के बावजूद पूरे वर्ष में बकाया वसूली के लिए कोेई कदम नही उठाए गए है. महावितरण व्दारा बिजली आपूर्ति खंडित किए जाने से शहर में पिछले दो दिनों से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है. इस कारण नियमित बिल भरने वाले ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड रहा है. नागरिकों सहित पूर्व पार्षद डॉ. प्रदीप कुर्हाडे, रवीन्द्र गुल्हाने, निलेश रोडे आदि ने तत्काल शहर में जलापूर्ति शुरू करने की मांग की है.
पैसों का नियोजन जारी
बिजली बिल भरने के लिए पैसो का नियोजन करना शुरू है. प्रत्येक माह यह दुविधा आती है. जल्द नियोजन कर बिल अदा किया जाएगा.
पराग वानखडे, मुख्याधिकारी नप