* मजीप्रा अभियंता से की चर्चा
अमरावती/ दि.19- 10 लाख लोगों की बस्तियों में जलापूर्ति करने वाली योजना का बंटाधार हो चुका है. यह योजना अब ठंडे बस्ते में पड गई है ऐसा पूर्व नगरसेवक तुषार भारतीय ने कहा. उन्होंने साईनगर, कैम्प, गाडगेनगर, नवसारी, पार्वतीनगर, बडनेरा यहां अत्यंत कम दबाव की वजह से जलापूर्ति नियमित स्वरुप से नहीं की जा रही. जिससे शहरवासी त्रस्त हो चुके है. मजीप्रा में अधिकारियों की कमी की वजह से एक ही अधिकारी पर सभी जिम्मेदारियां होने की वजह से इन परिसरों में पानी की समस्या निर्माण हुई है ऐसा कहते हुए तुषार भारतीय ने अभियंता से चर्चा की.
तुषार भारतीय ने बताया कि, अप्परवर्धा प्रकल्प में भरपूर पानी तथा 28 टंकियां रहने के बावजूद भी जलापूर्ति व्यवस्थित नहीं है. मोर्शी से की जाने वाली जलापूर्ति के लिए बिजली, एक्सप्रेस फिडर से ली जा रही है. यह पाइपलाइन 30 साल पुरानी है तथा जंगल से आ रही है. समय-समय पर बिजली गुल होने का प्रमाण भी बढ रहा है जिसमें यह लाइन भूमिगत करना आवश्यक है. इस संदर्भ का प्रस्ताव जिला नियोजन कार्यालय में धूल खाते हुए पडा है.
उसी प्रकार नेर पिंगलाई से अमरावती शहर तक डाली गई पाइपलाइन पुरानी हो चुकी है और जगह-जगह से फुट चुकी है. यहां नई पाइपलाइन डालने की अत्यंत आवश्यकता है, यह सभी बातों को ध्यान में रखते हुए 10 लाख जनसंख्या वाली बस्तियों में जलापूर्ति किए जाने को लेकर जनप्रतिनिधियों का भी ध्यान नहीं है. साई नगर परिसर से बिजली के बिलों की 98 प्रतिशत वसूली की गई है फिर भी यहां के नागरिकों को जलकिल्लत का सामना करना पड रहा है. वहीं पठान चौक में 34 फीसदी वसूली है, किंतु दिक्कतें दोनो ही जगह पर है. तत्काल पानी समस्या का निराकरण कर शहरवासियों को नियमित जलापूर्ति की जाए ऐसी मांग तुषार भारतीय ने की और अधीक्षक अभियंता सोलंके के साथ सविस्तार चर्चा की. इस समय अभियंता लोखंडे, आजने, पूर्व महापौर चेतन गावंडे, भागवत आदि उपस्थित थे.