भातकुली शहर सहित अनेक गांवो की जलापूर्ती बंद
पाईपलाइन टूटी- पानी का इस्तेमाल ध्यान से करने का आवाहन
भातकुली/दि.06– विश्रोली जलापूर्ती योजना अंतर्गत 105 गावों में प्रादेशिक ग्रामीण जलापूर्ती योजना के पूर्णानगर से मार्की के दौरान वायगांव फाटा के पास फुट जाने से इसका दुरुस्ती का काम किया जा रहा है. जिसके कारण तालुका के मार्की, आष्टी, धामोरी, नीरुल, भातकुली व सायत जोन के सभी गांव की जलापूर्ती 6 -7 मई को बंद रहेगी. नागरिकों ने जल संग्रहण कर उसे एहतियात से इस्तेमाल करने का आवाहन महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण जलव्यस्थापन उपविभाग क्रमांक दो अमरावती के उपविभागीय अभियंता अजय लोखंडे ने किया है.
105 गांव प्रादेशिक ग्रामीण जलापूर्ती योजना के भातकुली तालुका के मार्की, आष्टी, धामोरी, नीरूल, भातकुली व सायत जोन में लगभग 80 गांव को जलापूर्ती की जाती है. खारे पानी के पट्टे रहने वाले इन क्षेत्रों में विश्रोली जलापूर्ती योजना के कारण बडी सुविधा होती है. मगर विगत कुछ वर्षो से तालूका के अनेक गांवो में नियमित जलापूर्ती नहीं की जाती है. जिसके कारण नागरिकों को अनेक समस्याओं से जुझना पड रहा है. इस योजना की पूर्णानगर के पास मुख्य गुरुत्व केंद्र पर पाइप लाइन फुट जाने से व उसकी दुरुस्ती का काम करने की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता रहने से 6 व 7 मई को युध्द स्तर पर काम किया जाएगा. जिसके कारण मार्की, आष्टी, धामोरी, नीरूल, भातकुली व सायत जोन के सभी गांवो में जलापूर्ती बंद रहेगी. नागरिकों ने पानी को किफायत से इस्तेमाल करने का आवाहन किया गया है.
शहर में पानी का स्त्रोत नहीं
विश्रोली जलापूर्ती योजना अंतर्गत भातकुली तालुका के लगभग 80 गांव को जलापूर्ती की जाती है. जिसके कारण भातकुली शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या हल हुई थी. हाल की स्थिती में भातकुली शहर के कुएं बंद हो गए है, हैंडपंप बिगडे हुए है, इसी तरह पानी के अन्य स्त्रोत नहीं है. इसी तरह पानी के अन्य स्त्रोत नहीें है. जिसके कारण पानी कहां से लाए? यह सवाल नागरिकों के सामने खडा हो रहा है.
भातकुली में पांच दिनों में होगी जलापूर्ती
विश्रोली जलापूर्ती योजना अंतर्गत भातकुली शहर में तिसरे दिन जलापूर्ती की जाती है. शुक्रवार 3 अप्रैल को जलापूर्ती किया गया था. 6 व 7 अप्रैल को लिकेज का काम होने के चलते जलापूर्ती बंद रहेगी. जिसके कारण लगभग पांच दिन तक शहर में जलापूर्ती होने की आशंका है. गर्मी के दिन रहने से पांच दिन तक नागरिकों के घर के बर्तन पानी रहेगें क्या? ऐसे सवाल नागरिकों व्दारा उठाए जा रहे है.