अमरावती

व्याघ्र प्रकल्प से हो रही गाँव को जलापूर्ति

पेयजल की तलाश में भटक रहे आदिवासी

परतवाड़ा/अचलपुर दि. १५ -आदिवासी अंचल धारणी और चिखलदरा में अभी से ही भीषण जलकिल्लत के संकेत मिलने लगे है.यदि समय रहते जिला परिषद प्रशासन ने सुध नहीं ली तो मई माह में तो मेलघाट में पानी के लिए त्राहि त्राहि मच सकती है.
 धारणी से 26 किमी दूरी पर स्थित गड़गा-भांडुम ग्राम पंचायत के भांडुम ग्राम के लोगो को भारी जल संकट का सामना करना पड़ रहा.पंचायत समिति धारणी के मार्फ़त यहां की गई तमाम जलापूर्ति की व्यवस्था ठप्प पड़ी है.आदिवासियों को पीने के पानी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा था.गुगामल वन्यजीव विभाग ढाकना के रेंजर हीरालाल चौधरी और वनरक्षक किरण पेंढारकर ने व्याघ्र प्रकल्प के जलस्त्रोत से आदिवासियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की है.ढाकना रेंज की नर्सरी और सौर ऊर्जा आधारित जलापूर्ति से ग्रामवासियो को पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा.वनीकरण कार्यक्रम के तहत निर्मित सौर ऊर्जा जलापूर्ति से भांडुम के लोगो को अब पानी की आपूर्ति की जा रही है.भीषण गर्मी के अप्रैल माह में भांडुम की जलकिल्लत दूर होने से आदिवासियों में आनंद व्याप्त है.इसके लिए मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के प्रति कृतज्ञता जताई जा रही.

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