अमरावती

मेलघाट के जंगल से बनेगी जल सुरंग

तापी नदी का पानी लाने के लिए निर्णय

अमरावती/दि.2- एशिया खंड की अपनी पद्धति का प्रथम प्रकल्प वाले तापी मेगा रिचार्ज प्रोजेक्ट की नहर के पानी के लिए मेलघाट व्याघ्र के मुक्ताई भवानी संवर्धन क्षेत्र के पहाड़ से 10 कि.मी. ऊंचाई की सुरंग तैयार करने के लिए सरकार ने अनुमति दी है. तापी नदी की बाढ़ का पानी अचलपुर, जलगांव व धुलिया जिले तक मेलघाट के पहाड़ों से पहुंचाने के लिए जल सुरंग तैयार की जाएगी. अमरावती जिले के अचलपुर तहसील को तापी के पानी का लाभ मिलेगा.
मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र (मेलघाट) की जमीन पर साकार होने वाला तापी मेगा रिचार्ज (पुनर्भरण) प्रकल्प यह केंद्र शासन की ड्रीम प्रोजेक्ट होने के साथ ही वनविभाग यानि मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प की दिक्कतें दूर करने के लिए जंगल के पहाड़ से 200 मीटर गहरी जल सुरंग तैयार करने के काम को हरी झंडी मिल गई है.
* मेलघाट में चिंता
व्याघ्र प्रकल्प, प्राकृतिक जंगल, पर्यावरण एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण के नाम पर हरिसाल से घटांग मार्ग, धुलघाट से हिवरखेड, हरिसाल से अकोट मार्ग, अकोट से धारणी, 132 केवी बिजली लाईन, अकोट से तुकईथड (मध्यप्रदेश) रेल मार्ग, परतवाड़ा-धारमी मार्ग की दुरुस्ती सहित अनेक उपक्रम अथवा विकास योजनाओं को वन विभाग ने रोक रखा है. मेलघाट के आदिवासियों की सुख सुविधा के लिए शासकीय नियम लगाये जाते हैं, लेकिन तापी प्रकल्प के लिए सीधे जंगल के पहाड़ों को गहरा 200 मीटर एवं ऊंचा10 मीटर खोदने हेतु मंजूरी मिली है. विशेष बात यह है कि तापी मेगा रिचार्ज प्रोजेक्ट भी धारणी की छाती पर बनाया जा रहा है.
प्रत्यक्ष प्रकल्प में खेत जमीन का नुकसान नहीं होगा, फिर भी दायी व बायी नहर 110 कि.मी. की लंबाई की बड़ी नदी की अपेक्षा कम नहीं होगी. इस नगर के लिए आदिवासी किसाों की खेती पेसा समिति की अनुमति लिये बगैर मंजूर की गई है. इससे पूर्व कर्नाटक के हसेन जिले में 1.7 लंबाई की जल सुरंग भारत में तैयार की गई थी. अब मात्र सतपुडा पर्वत की लाईन में यह प्रस्तताविक पानी की सुरं8 यह राज्य के रायपुर गांव तक तैयार होगी. 15 मीटर चौड़ी व 10 मीटर ऊंची सुरंग 10 कि.मी. लंबी होगी. इसके लिए केंद्रीय भूजल मंडल अंतर्गत जल सुरंग को मंजूरी मिली है.

Related Articles

Back to top button