* जिला प्रशासन तैयारी में जुटा
अमरावती/ दि.14 – पिछले दो वर्ष अच्छी बारिश के कारण जलाशय में भरपुर जलसंग्रह है. इसके बाद भी संभाग के चार जिलों के 2 हजार 88 गांवों पर पानी का खतरा मंडरा रहा है. इससे निपटने के लिए प्रशसन तैयारी में जुट गया. विभागीय आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच 870 गांवों को पानी के खतरे का सामना करना पड रहा है. अप्रेैल से जून माह तक यह जलसंकट और अधिक गहराकर 2 हजार 88 गांवों को अपनी चपेट में लेेने की संभावना है.
इस खतरे से निपटने के लिए प्रशासन ने विभिन्न उपाययोजना के लिए 35.91 करोड रुपए का प्रारुप तैयार किया हैै. संभागीय मुख्यालय अमरावती समेत बुलढाणा, वाशिम, यवतमाल इन चार जिलों में अपना प्रारुप तैयार विभागिय आयुक्तालय को सौंप दिया है. लेकिन अकोला जिले प्रशासन की तैयारी अब तक पूरी नहीं हो पायी. इन 2 हजार 88 गांवों में कुल 2 हजार 435 योजनाएं प्रस्तावित हैं. इसके लिए 35.91 करोड रुपए का प्रारुप तैयार किया गया हेै. इसमें कुएं की गहराईकरण, किचड निकालना, निजी कुओं को अधिग्रहित करना, टैंकर-बैलगाडी से जलापुर्ति, नल मरम्मत विशेष योजना, कुआ मरम्मत योजना, अस्थायी पुरक नल योजना का समावेश है. जिसके लिए उपाययोजना निहाय आर्थिक प्रावधान किया गया है.
147 गांवों में टेैंकर से जलापूर्ति
संभाग के भीषण जल किल्लत वाले 147 गांवों में 149 टैंकर या बैलगाडी से जलापूर्ति की जा रही है. जनवरी से मार्च के दौरान करीब 81 गांवों में टैंकर या बैलगाडी से जलापूर्ति की जा रही है. मार्च से जून तक और 66 गांवों में जलसंकट गहराने के कारण वहां भी बैलगाडियों से जलापूर्ति की जाएगी.
बुलढाना में ज्यादा खतरा
विभाग के बुलढाणा जिले में सबसे ज्यादा 768 गांवों में जलसंकट संभावित है. यहां उपाययोजनाओं के लिए चारों जिलों में सबसे ज्यादा 13.75 करोड रुपए खर्च का प्रावधान किया गया है. विभागीय मुख्यालय अमरावती में करीब 493 गांवों में जलकिल्लत का अनुमान हैं. यहां उपाययोजना के लिए 12.61 करोड खर्च का प्रावधान किया गया है. यवतमाल के 435 गांवों के लिए 7.40 करोड, वाशिम जिले के 392 गांवों के लिए 2.15 करोड रुपए का प्रारुप तैयार किया हैं.
खतरे से निपटने की तैयारी (रुपए करोड में)
जिला गांव योजना प्रारुप
अमरावती 493 630 12.61
बुलढाणा 768 1033 13.75
यवतमाल 435 448 07.40
वाशिम 392 324 02.15
कुल 2088 2435 35.91