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संजय राउत नमाज पढने कहां जाते हैं, देखना पडेगा

भाजपा सांसद डॉ. बोंडे ने सांसद राउत पर साधा निशाना

अमरावती/दि.28 – हिंदू धर्म स्थलों एवं हिंदूओं को लेकर हमेशा ही जहर उगलने वाले शिवसेना उबाठा गुट के सांसद संजय राउत शायद अपना धर्म परिवर्तन करा चुके है तथा उन्हें औरंगजेब व टिपू सुलतान की बडी याद आती है. ऐसे में अब यह देखना होगा कि, सांसद संजय राउत नमाज पढने के लिए कहां जाते है. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए भाजपा के अमरावती ग्रामीण जिलाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने शिवसेना उबाठा के प्रवक्ता व सांसद संजय राउत को लेकर निशाना साधा.
भाजपा नेता व सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, हाल ही में शिवसेना उबाठा गुट के सांसद संजय राउत ने नागपुर के कोराडी माता देव स्थान को लेकर बेसिर पैर का बयान जारी किया, जबकि यह संस्था 100 वर्ष से भी अधिक पुरातन धार्मिक संस्थान है. जिसका तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल दौरान अच्छा खासा विकास हुआ और यहां पर 800 विद्यार्थी रहते हुए महज एक रुपए के शिक्षा शुल्क में अपनी पढाई-लिखाई कर रहे है. ऐसे धार्मिक संस्थान के बारे में ठाकरे गुट के नेता संजय राउत सहित कांग्रेस नेता नाना पटोले व राकांपा नेता अनिल देशमुख द्वारा अनर्गल बयान दिये जा रहे है. जबकि कोराडी माता उन लोगों के लिए भी श्रद्धास्थान होनी चाहिए, लेकिन इसके बावजूद हुई संजय राउत जैसे नेताओं द्वारा हिंदुओं के धार्मिक संस्थानों व मंदिरों के बारे में संभ्रम निर्माण करने वाले बयान दिये जा रहे है. साथ ही साथ संजय राउत इन दिनों औरंगजेब व टिपू सुलतान का जमकर गुणगान भी करते है, जिससे यह महसूस होता है मानों संजय राउत ने हिंदुत्व छोडकर धर्म परिवर्तन कर लिया है. ऐसे में यह देखना होगा कि, संजय राउत नमाज पठन करने के लिए कहां जाते है.

* बेवजह की झंझट में न पडे मुस्लिम बंधू
इसके साथ ही भाजपा नेता व सांसद अनिल बोंडे ने यह भी कहा कि, भाजपा नेता नीतेश राणे एक सभा का संबोधित करने हेतु खुलेआम तरीके से अमरावती आएंगे और इस सभा में सभी हिंदू समाजबंधु भी उपस्थित रहेंगे. ऐसे में नीतेश राणे की सभा का विरोध करने जैसी बेवजह की झंझट में मुस्लिम समाजबंधु बिल्कुल भी न पडे.

* किसी परिवार की बपौती नहीं कोराडी संस्था
कोराडी संस्था को लेका मविआ नेताओं द्वारा दिये गये बयानों को बेतुका बताते हुए सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, यह संस्थान किसी परिवार की संपत्ति नहीं है, बल्कि इस संस्थान में प्रत्येक 2 वर्ष के बाद नये अध्यक्ष का चयन किया जाता है. फिलहाल भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले इस संस्थान के अध्यक्ष है. वहीं इससे पहले किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अध्यक्ष पद संभाला जा रहा था. ऐसे में कोराडी संस्थान पर बावनकुले परिवार पर के कब्जे को लेकर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. साथ ही डॉा. बोंडे ने यह भी कहा कि, कांग्रेस नेताओं ने नागपुर में कितनी जमीनें हडपी, इसकी पूरी सूची उनके पास है. अत: दूसरों पर आरोप लगाने से पहले मविआ नेताओं ने अपने गिरहबान में झांकना चाहिए. इसके अलावा डॉ. बोंडे ने यह भी कहा कि, मुस्लिम समूदाय से वास्ता रखने वाली शिक्षा संस्थाओं में किसी भी तरह का आरक्षण लागू नहीं होता. जिसकी ओर सुविधापूर्ण अनेदखी की जाती है. इससे उलट जिस संस्था द्वारा अन्न छत्र चलाने के साथ ही समाज के गरीब व वंचित तबके के बच्चों के नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है, ऐसे में कोराडी माता संस्थान को लेकर बेसिर पैर के आरोप लगाये जा रहे है. जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

 

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