शिक्षकों की समस्या और यूटीए की मांग को पहुंचाएंगे सदन तक
शिक्षक विधायक एड. सरनाईक ने दिया आश्वासन
* उर्दू टीचर्स एसोसिएशन द्वारा शानदार रहा विभाग स्तरीय अधिवेशन का आयोजन
अमरावती/दि.23– 20 वर्षो तक एक संगठन को सफलता पूर्वक चलाना, आसान कार्य नहीं है. उर्दू टीचर असो. व्दारा लगातार 20 वर्षो तक शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को शासन व प्रशासन स्तर पर पहुंचाने का बखुबी काम किया गया हैं. वही इतने पुराने संगठन में शिक्षकों को बांध कर रखना भी एक बडा काम हैं. हमने विधानसभा में शिक्षकों के अनेक मुद्दो को उठाया हैं और शिक्षकों की कई मांगो को भी पूरी करने में सफलता हासिल की हैं. यूटीए ने जो शिक्षकों की समस्याओं को हमें बताया हैं उसके लिए हम सदन में जरुर आवाज उठाएंगे. जब तक हम शिक्षक विधायक हैं. तब तक हमारा काम शिक्षकों को समर्पित रहेगा. चाहे जुनी पेंशन योजना हो या प्रचलित पद्धति से अनुदान देना हो या उर्दू शिक्षकों की विभिन्न समितियों में नियुक्ति हो वह इन मांगो को सदन में उठाएंगे. इस तरह का आश्वासन शिक्षक विधायक एड. किरण सरनाईक ने अपने अध्यक्षीय भाषण के दौरान रविवार को उर्दू टीचर असो. कि ओर से वलगाव रोड स्थित बि.एड. कॉलेज में संगठन के विभागीय सम्मेलन में दिया. कार्यक्रम में उनके अलावा प्रमुख अतिथी के तौर पर विधायक सुलभा खोडके, संगाबा अमरावती विवि कुल सचिव डॉ.अविनाश असणारे, पूर्व शिक्षणाधिकारी अब्दुल राजिक, यूटीए के विभागीय अध्यक्ष हाजी गाजी जाहेरोश आदि उपस्थित थे.
रविवार 22 सितंबर को उर्दू टीचर्स एसोसिएशन (यूटीए) का एक दिवसीय वार्षिक अधिवेशन, वाहेद खान बिएड कॉलेज में संपन्न हुआ. शिक्षकों की विविध मांगो जैसे केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई पेंशन योजना (ओपीएस) को रद्द करने और जूनी पेंशन योजना लागू करने, प्रचलित पद्धति से विना अनुदानित शालाओं को अनुदान देने, विविध शैक्षणिक समितियों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति करने, डीपीडीएस में जिला परिषद को दिए जाने वाले अनुदान की तर्ज पर निजी उर्दू शालाओं को अनुदान राशि देने, शिक्षण सेवक भर्ती बंद कर पूर्व की तरह शिक्षक भर्ती करने जैसे अनेक मांगो पर प्रस्ताव पारित किए गए. अधिवेशन में प्रस्तावित भाषण करते हुए यूटीए के विभागीय अध्यक्ष गाज़ी जाहेरोश ने इन मांगो को अपने चिरपरिचित अंदाज में रखते हुए उपस्थित प्रमुख अतिथि विधायकगण का ध्यानाकर्षण किया तथा सरकार से इन मांगो को मंजूर करने की मांग की. साथ ही उन्होंने बताया कि यूटीए पूरे संभाग की सबसे मजबूत संगठन है जिसका गठन 2004 में हुआ था. आज यूटीए का संगठन पांचों जिलो के 56 तालुका में है. यूटीए सदैव शिक्षकों के हित के लिए लड़ाई कर रही है. विशेषत उर्दू शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा उर्दू भाषा के हित के प्रति संगठन पूर्णतः समर्पित रहने की बात भी गाजी जहेरोश ने कही. प्रमुख अतिथि माजी शिक्षणाधिकारी डॉ. अब्दुल राजिक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए उनके व्दारा संगठन में किए गए उल्लेखनीय कार्यो व उनकी अध्यक्षता में नामित समिती ने संचमान्यता रूपरेखा तैयार कर गत शिक्षामंत्री को सौंपा निवेदन को जिससे मंजूरी मिलने की बात को भी याद दिलाया. इसी तरह अधिवेशन में उपस्थित प्रमुख अतिथि के रुप में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित) गट के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके ने भी यूटीए के कार्यों को सराहा तथा उर्दू शिक्षकों को उनकी विविध मांगो को अपना समर्थन दिया. सभा का संचालन विभागीय सचिव मोहम्मद सादिक नय्यर ने तथा आभार प्रदर्शन अहेफाजुर्रहीम खान ने किया.
कार्यक्रम दौरान शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले उर्दू शिक्षकों का भी सत्कार किया गया. हाल ही में आदर्श शिक्षक अवार्ड प्राप्त करने वाले अमरावती से हफीज खान, फरीदा यास्मीन सैयद मुशीर,यवतमाल से अनवर परवेज, अकोट से गुलाम ताहेर, घाटंजी से प्रोफेसर एम. शेख, फूलसवांगी से मुसद्दिक सर, नांदगांव पेठ निवासी छात्रा रीबा कौसर शेख शकील व दर्यापुर बाभली के शिक्षक शीस राणा द्वारा सेट परीक्षा पास करने पर उनका सत्कार किया गया. इसी तरह सैफिया उर्दू हाई स्कूल एंड जूनियर कॉलेज की शिक्षिका निशात खान को अमरावती जिलायूटीए उपाध्यक्ष पद पर नियुक्ति प्रदान की गई. एक दिवसीय वार्षिक अधिवेशन में पांचों जिलो से सैंकड़ो की संख्या में उर्दू टीचर्स उपस्थित थे. पांचों जिलो के अध्यक्ष, 56 तहसील अध्यक्षों के साथ हजारों की संख्या में पदाधिकारी उत्साह पूर्वक उपस्थित रहे. सभी ने सफल आयोजन व विभागीय अध्यक्ष गाजी जहेरोश की प्रशंसा की. कार्यक्रम को सफल बनाने यूटीए के असरार अहमद, मोहम्मद अतिकुर्रहमान, मोहम्मद हारिस, मोहम्मद नसीम, काज़ी सलाहुद्दीन, मोहम्मद गौस, मोहम्मद नाजीमोद्दीन, इलियास परवेज, रिजवान खान, मोहम्मद अबरार, अंसार सर कॉरपोरेशन, हफीज खान, रईस अहमद, मोहम्मद फैजान, एजाज अख्तर, आसिफ खान, समीना सुल्ताना, जरीना हुसैन, जीनत मैडम, अज्जू सर, मोहम्मद जावेद, वकील अहमद काज़ी, मीर साजिद अली, युनुस सर, आरिफ सर, अफराज अहमद, वाशिम जिला अध्यक्ष जावेद इकबाल, मोहम्मद जाकिर, अय्यूब खान, यवतमाल जिला अध्यक्ष सलीम खान, अयाज खान, जिया काज़ी, अकोला जिला उपाध्यक्ष जुनेद खान, अकोला शहर अध्यक्ष सादिकुर्रहमान, बुलढाना जिला कार्यकारी अध्यक्ष इब्राहिम खान, जाकिर खान, डोनगांव से अफसर खान आदि ने अथक परिश्रम किया. इसी तरह कार्यक्रम में खोडके गु्रप के वकील दानिश, हबीब ठेकेदार, सै. साबीर, नदीम मुल्ला, मोईन खान आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.
यूटीए भवन को देंगे 50 लाख की निधी
अधिवेशन में उपस्थित प्रमुख अतिथि के रुप में विधायक सुलभा संजय खोडके ने अपने भाषण में यूटीए संगठन की खूब प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि जूनी पेंशन योजना लागू करने हेतु उन्होंने विधानसभा में प्रश्न उपस्थित किया है तथा आने वाले समय में भी वह शिक्षकों की इस मांग के साथ के डटकर खड़ी रहेंगी. उन्होंने इस विधानसभा में जीत कर आने के बाद यूटीए संगठन द्वारा यूटीए भवन की मांग पर सहमति जताते हुए अपने फंड से 50 लाख रुपये निधि देने का वादा भी किया.
उपकुलसचिव डॉ. असणारे ने बांधा समा
अपने अतिथीय भाषण में अमरावती विवि के उपकुल सचिव डॉ.अविनाश असणारे ने मुस्लिम समाज को शिक्षा के महत्व समझने का सुझाव दिया. उन्होने कहा कि शिक्षक एक विध्यार्थी को अच्छा आदमी बनाने में महत्त्वपूर्ण कार्य करता है. बच्चो को अरबी शिक्षा के आलावा अन्य शिक्षा के लिये भी प्रोत्साहन करे ताकी वह समाज में अच्छा नाम कमा सके. कुलसचिव डॉ. अविनाश असनारे ने उर्दू शब्दावली के उपयोग से पुरे सभा के दौरान शिक्षकों को मंत्रमुग्ध करते हुए सभा में उपस्थितों को बांध कर रखा. उनके भाषण ने माहौल में समां बांध दिया था.