अजीब है कामकाज; टैक्स भी भरे और कर्ज मुक्ति के लिए आवेदन भी करें
3,014 किसानों को नहीं मिला योजना का लाभ
अमरावती/दि.6-महात्मा ज्योतिराव फुले किसान कर्जमुक्ति योजना में 3,014 बकायादार किसानों ने बैंक खाते का प्रमाणीकरण न किए जाने से उन्हें दो लाख तक की कर्जमाफी नहीं मिलने की संभावना है. बावजूद इसके 4837 किसानों की शिकायतें मिली है. इनमें से अधिकांश मामले हर किए जाने की जानकारी सहकार विभाग ने दी. योजना में 10,885 कर दाता किसान खातेदार होने से उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
ज्योतिबा फुले किसान कर्ज मुक्ति योजना जिले में सन 2019 से चलाई जा रही है. इस योजना में 1,34,569 किसानों ने ऑनलाइन पंजीयन किया है. इनमें 1,23,680 किसान खादेरारों को कर्ज माफी के लिए विशिष्ट क्रमांक प्राप्त हुआ. इनमें से 3,014 किसानों ने अब तक बैंक खाते का प्रमाणिकरण नहीं किए जाने की जानकारी पोर्टल पर है.
कर्ज मुक्ति बाबत 4837 किसानों की शिकायत प्राप्त हुई है. इनमें से 1954 शिकायतों का निराकरण जिला समिति द्वारा किया गया है व 114 प्रलंबित है. तहसीलस्तरीय समिति के पास 2705 शिकायतों का निराकरण हुआ व 64 शिकायतें प्रक्रिया में है.
* कर्जमुक्ति की रिपोर्ट
1,33,524 आवेदन करने वाले किसान
2,096 आधार जोड़ना शेष
* युती सरकार ने दिए, आघाड़ी ने छीने
1.युती सरकार की डेढ़ लाख तक की कर्ज माफी व आघाड़ी सरकार द्वारा बकायादार किसानों को दो लाख तक की कर्जमुक्ति की गई.
2. युती सरकार में नियमित कर्जदार किसानों को कुछ पैमाने पर लाभ मिला था. आघाड़ी सरकार द्वारा सिर्फ आश्वासन दिए गए.
* 4837 किसानों की शिकायतें
कर्जमुक्ति योजना कालाभ न मिलने बाबत जिले की 4,837 शिकायतें हैं. इनमें से 1,954 किसानों की शिकायतें जिला समिति द्वारा निवारण की गई है व 114 प्रलंबित है. बावजूद इसके तहसील समिति के पास 2,705 शिकायतों का निवारण हुआ है.
* कर भरने वाले 10,885
योजना के निकषनुसार कर भरने वाले व शासकीय नौकरदार तथा विविध तकनीकी कारणों से 10,885 किसानों के आवेदन अपलोड हुए. मात्र उन्हें कर्ज मुक्ति के लिए विशिष्ट कोड नहीं मिला. उनका कर्ज माफ न होने की बात अब दिखाई दे रही है. 4,333 किसानों ने आधार प्रमाणीकरण न करने से कर्ज माफी की प्रक्रिया रुक गई थी.