पहाट परिवार का आयोजन
अमरावती / दि.२३- गुढ़ी पाडवा के पावन अवसर पर शिवटेकडी पर सांज पहाट का आयोजन किया गया. पहाट परिवार, शिवटेडी द्वारा पिछले कई वर्षों से संगीतमय कार्यक्रमो की प्रस्तुति दी जाती है. इसी श्रृंखला में गुढ़ी पाडवा के पावन पर्व पर सांज पहाट का आयोजन किया गया. हर साल की तरह इस साल भी इस कार्यक्रम में कई कलाकारों ने सहभागी होकर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए. लगभग ३० से ४० कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. आकर्षक प्रतियों के साथ सुंदर मराठी-हिंदी गीत, एकल और समूह नृत्य की प्रस्तुति ने समा बांधा. कार्यक्रम में संगीत रचना की जिम्मेदारी रंगत-सांगत की रही. प्रसिद्ध उत्कल नृत्य निकेतन के निदेशक, ओडिसी नर्तक शीतल मेटकर और उनके सहयोगियों ने ‘शंकरा अर्धनम पल्लवी’ उप-शैली में नृत्य किया. शुरुआत में वाद्य संगीत पेश किया गया. वहीं कामिनी खैरे, सुरेखा त्यागी, अर्चना चिठोरे, वीरभान जमनानी, मनोहर लाल बजाज, नरेंद्र खैरे, राजश्री पाटिल, रोमहर्षक बुजरूक, पल्लवी शिंदे, वैशाली हिरुलकर, विजय जाधव, वैशाली नलसे, जगदिश राजपूत, चंद्रकांत पोपट, डॉ.किरण वाडेकर, मनोहर शेगोकर, शुभांगी देशमुख, चिमोटे ने गायन में हिस्सा लिया. ‘रंगत-सांगत’ के प्रधान संतोष मानकर ने संगीत पक्ष को संभाला. प्रा.विनय और डॉ.प्रतिभा काले की पुत्रिया प्रवीणा, वैदेही ने सिबलिंग स्पेशल परफॉमेंन्स के तहत मध्ाुर वाद्य बजाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. उत्कल नृत्य निकेतन के १५ छात्रों ने समूह नृत्य में गणेश वंदना की अवधारणा पर ओडिसी नृत्य प्रस्तुत किया. डॉ.श्रीकांत-डॉ.ऊषा देशमुख, अतुल वानखडे-जया डवरे, चिमोटे-अर्चना चिठोरे, ज्योत्सना शेटे, भूषण बनसोड, अशोक मेहता-सुरेखा त्यागी, धनश्री बनसोड, किरण बनसोड और डॉ.नेहा देशमुख ने नृत्य प्रस्तुत किया. डॉ.हरवानी द्वारा एकल नृत्य की प्रस्तुति दी गई. संचालन किरण बनसोड, मोनिका उमप, अशोक मेहता ने किया. कोरियोग्राफी का संचालन संतोष सुरकर ने किया. महेश आडवाणी, नीलिमा देशमुख, मिश्रा दंपत्ति, विक्रम मामर्डे, रंजना मामर्डे, अमोल पाटिल, संदीप सोसे ने मंच की व्यवस्था संभाली. कार्यक्रम में पूर्व पालकमंत्री डॉ.सुनील देशमुख, डॉ.रंजन दारवेकर, शशि प्रभा काले, नंदकिशोर काले, विनायकराव कडू, डॉ.चंदू सोजतिया, दिनेश बुब, दीपक, वर्षा तिवारी, संजय शेलके, राजा देशमुख-शिरालेकर, सुधीर जगताप, डॉ.नरेशचंद्र काठोले, डॉ.बी.डी. बेलसरे, संजय राव, विधायक सुलभा खोडके, मनोज सामदेकर, गौरव जवंजाल, प्रवीण दातीर, डॉ.शशि चौधरी, डॉ.उल्हास संगई प्रमुखता से उपस्थित थे. इस अवसर पर डॉ.सरिता अजय डफल, डॉ.अंजलि देशमुख, श्रीमती मोटवानी को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया. करीब दो घंटे तक चले इस रंगारंग कार्यक्रम में ५०० से अधिक दर्शक उपस्थित थे.