शिवाजी शाला में विद्यार्थियाेंं को पुष्प देकर किया गया स्वागत
शाला का प्रथम दिन भविष्य के लिए दिशादर्शक- प्रसाद देशमुख
मोर्शी/ दि. 30 – शालेय जीवन में शाला का प्रथम दिन यह विद्यार्थी भविष्य की दृष्टि से दिशादर्शक है. उस दृष्टि से यह दिन शिक्षक, पालक व विद्यार्थियों के लिए उत्साहवर्धक है. ऐसा मत शिवाजी शाला के मुख्याध्यापक प्रसाद देशमुख ने विद्यार्थी प्रवेशोत्सव अंतर्गत हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान पर बोलते समय व्यक्त किया. विदर्भ में नया शैक्षणिक सत्र 30 जून से प्रारंभ हुआ. जिसमें संपूर्ण मोर्शी तहसील के प्राथमिक व माध्यमिक शाला में विद्यार्थियों की किलकरिया शुरू हुई. उस अनुसार शिवाजी शाला में प्रवेशोत्सवतर्गत नये प्रवेशित विद्यार्थियों का शाला की ओर से पुष्प, वृक्ष व पाठयपुस्तक देकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम के अध्यक्ष मुख्याध्यापक प्रसाद देशमुख, प्रमुख अतिथि के रूप में गुट शिक्षाधिकारी नितीन उंडे, शिवाजी शिक्षा संस्था के आजीवन सदस्य एन.एस. गावंडे, डी.एच. अर्डक, शालेय पोषण आहार अधिक्षका प्रज्ञा भवरे, पालक प्रतिनिधि के रूप में पंचायत समिति के पूर्व सभापति दिनेश मानकर, प्रा. डॉ. संदीप राउत, डेहनकर, पाचरे, सुवर्णा लुंगे, अरूण झटाले, शिप्ट इंचार्ज मनोज देशमुख, एनसीसी आफीसर श्रीकांत देशमुख, अशोक चौधरी, डॉ. एस. एन. हेडाउ, विशाखा ठाकरे, राजेश मुंगसे, दिनेश सुखदेव उपस्थित थे. इस अवसर पर विद्यार्थी व पालको की समस्या व सूचना समझकर उसका निराकरण करने का आ आश्वासन दिया. कार्यक्रम का संचालन प्रेमा नवरे ने तथा प्रास्ताविक एस. आर. ठाकरे तथा आभार अजय हिवसे ने किया. कार्यक्रम में बडी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे.