पानी के साथ ही रोजागार का सहारा तहसील कार्यालय का कुआं
अमरावती/दि.16- ब्रिटिश काल में बनाए गए तहसील कार्यालय परिसर में स्थित विशालकाय कुआं विगत अनेक वर्षो से गर्मी के मौसम दौरान लोगों की प्यास बुझाने के साथ-साथ अपने पानी से कई लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने का सहारा व जरिया बना हुआ है. शहर के प्रमुख व्यापारिक स्थलों में स्थित व्यवसायिक प्रतिष्ठानों व होटलों में कई कटला रिक्शा चालकों व्दारा इसी कुएं से पीपों में भरकर पानी पहुंचाया जाता है. जिससे उनकी रोजीरोटी चलती है. ठंडे पानी के जार चलन में आने से पहले तक इसी कुएं का पानी शहर की होटलों में पेयजल के रुप में भी उपलब्ध करवाया जाता था. वहीं इन दिनों यह पानी अन्य कामों के लिए प्रयोग में लाया जाता है. उल्लेखनीय है कि गर्मी के मौसम दौरान लगभग सभी दुकानों व प्रतिष्ठानों में कूलर लगाए जाते है. जिनमें ठंडी हवा के लिए पानी की जरुरत पडती है और इसी तहसील कुएं का पानी पीपेवालों व्दारा व्यापारिक प्रतिष्ठान तक पहुंचाया जाता है. ऐसे में इन दिनों तहसील कार्यालय के कुएं पर पूरा दिन पीपेवालों की भीड दिखाई देती है. जो अपने कटला रिक्शा पर रखे पीपों में कुएं से खिंचकर पानी भरते हैं और फिर इस पानी को अपने ग्राहकों के यहां पहुंचाते है. साथ ही इस पानी के कुएं का साफ सुथरा और ठंडा पानी अब भी कई स्थानो ंपर पीने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. जिसके चलते कहा जा सकता है कि तहसील कार्यालय का कुआं लोगों की प्यास बुझाने के साथ-साथ कई परिवारों की रोजीरोटी का जरिया भी बना हुआ है.