7 बडे तथा 21 मध्यम बांध प्रकल्प का समावेश
अमरावती-दि. 11 पश्चिम विदर्भ में वापसी की बारिश ने दस्तक दी है. जिसमें पश्चिम विदर्भ के प्रकल्पों के दरवाजे खोलने पडे. इन प्रकल्पों में सात बडे तथा 21 मध्यम बांध प्रकल्पों का समावेश है. प्रकल्प में क्षमता से अधिक जलसंग्रह होने पर प्रकल्प से पानी नदियों में छोडा जा रहा है. नदी नालों के किनारों पर रहनेवाले गांव के नागरिको को सतर्कता बरतने का आवाहन प्रशासन द्बारा किया गया है.
वापसी की बारिश ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जोरदार दस्तक दी. जिसमें विदर्भ के अनेक क्षेत्रोें के प्रकल्प के दरवाजे खोल दिए गये. पश्चिम विदर्भ में 9 बडे, 27 मध्यम तथा 275 लघु प्रकल्प को मिलाकर ऐसे 311 प्रकल्प है. इन प्रकल्पों में 310. 77 दशलक्ष घनमीटर जल संग्रहण की क्षमता है. फिलहाल इन प्रकल्पों में 2943. 89 दशलश घनमीटर (94.62) जलसंग्रह है. इन प्रकल्पों में अमरावती जिले के अप्परवर्धा प्रकल्प के 5 दरवाजे 40 सेमी खोले गये.
यवतमाल जिले के अधरपुस प्रकल्प ओव्हरफ्लो से 41.50 घनमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी छोडा गया. वहीं अरूणावती प्रकल्प के दो दरवाजे 10 सेमी खोले गये. जिसमें 24.00 घनमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी छोडा गया. बेंबला प्रकल्प के दो दरवाजे 25 से.मी. तक खोले गये. अकोला जिले के वाहन प्रकल्प के दो दरवाजे 10 से.मी. से खोले गये.
* खडगपूर्णा प्रकल्प के पांच दरवाजे खोले
खडगपूर्णा प्रकल्प के 20 सेमी तक खोले गये. जिसमें इस प्रकल्प से 165 घनमीटर प्रति सेकंद पानी छोडा गया. वहीं बुलढाणा जिले के पेनटाकली प्रकल्प के दो दरवाजे 20 सेमी तक खोले गये. जिसमें 42.29 घनमीटर प्रति सेकंद पानी छोडा जा रहा है.
* इन प्रकल्पो से छोडा जा रहा पानी
अमरावती जिले के शहानूर चंद्रभागा पूर्णा सापन, पांढरी, गर्गा, यवतमाल जिले के अधरपुस, सायखेडा, गोकी, वाघाडी, बोरगांव, अकोला जिले के मोर्ना, उमा, घुंगशी, वाशिम जिले के अडान,एकबुर्जी, बुलढाणा जिले के मस, मन, तोरणा, उतावली, मध्यम प्रकल्प से पानी छोडा जा रहा है.