* 6 लाख 38 हजार मे. टन रसायनिक खाद मंजूर
अमरावती/ दि. 24- खरीफ सीजन में ऐन बुआई के समय किसानों को बीजों की कमी महसूस न हो इसके लिए कृषि विभाग ने नियोजन किया है. अमरावती विभाग में सोयाबीन के 3 लाख 74 हजार क्विंटल तथा बीटी कपास के 55 लाख 9 हजार पैकेट लगेंगे. इस खरीफ सीजन में विभाग के 5 जिले में किसानों को लगभग 6 लाख 38 हजार मे. टन रासायनिक खाद मंजूर हुआ है.
किसान खरीफ सीजन में पूरी तरह बारिश पर निर्भर रहता है. सिंचाई के लिए पूरा पानी किसानों के पास उपलब्ध नहीं. ऐसे समय में किसानों को बारिश के पानी पर ही खेती का नियोजन करना पडेगा. मोसमी बारिश का कुछ भागों में आगमन हुआ. फिर भी बारिश देरी से होने से सोयाबीन की बुआई बढने की संभावना है. खरीफ सीजन में किसानों को मांग के अनुसार रासायनिक खाद उपलब्ध हो. इसके लिए कृषि विभाग ने रसायनिक खाद की मांग शासन से की थी.
खरीफ सीजन में विभाग के किसानों को लगभग 6 लाख 38 हजार मे. टन रासायनिक खाद मंजूर हुआ है. विगत वर्ष का बचा हुआ स्टॉक 2 लाख 84 हजार मे.टन है. खाद आपूर्ति के लिए रेकनिहाय व तहसील निहाय संनियंत्रण व नियोजन किया गया है. अमरावती जिले में चांदुर बाजार में नये रेक पॉइंट मंजूर हुए है तो जल्द ही कार्यान्वित हो, ऐसी जानकारी प्रशासन ने दी है. विभाग में निविष्ठा उपलब्धता व शिकायत निवारण के लिए 62 कक्ष व जांच के लिए 62 उडनदस्तों की व्यवस्था की गई.
अमरावती विभाग में पांचों जिले में सिंचाई के नीचे आनेवाले क्षेत्र 34 लाख 43 हजार हेक्टर है. खरीफ का क्षेत्र 31.67 लाख हेक्टर है. इस बार खरीफ सीजन के लिए 11.01 लाख हेक्टर पर कपास, 14. 76 लाख हेक्टर पर सोयाबीन ओर 4. 37 लाख हेक्टर पर तुअर की बुआई की गई है. बारिश और देरी से होने पर मूंग और उडद की बुआई पर परिणाम होगा.
* विक्रेता द्बारा बीज देते समय अडचने
अच्छी कपास की किस्म के लिए एक विशेष कंपनी की मांग बढ गई है. कुछ विक्रेताओं को पंजीयन की अपेक्षा उन्होंने सैकडों पैकेट अधिक बेचे है. पडोस के जिले में से यह किस्म लाकर किसानों ने अधिक भाव से तथा साथ में दूसरे बीजों का पैकेट का आग्रह किया जा रहा है. जून में बुआई होने पर अलग किस्म और जुलाई में लंबे समय तक बुआई करने पर अलग किस्म का उपयोग करने की संभावना देखकर विक्रेता संबंधित कंपनी के बीजों को देते समय अडचन डाल रहे है. किंतु कार्रवाई दिखाई नहीं दी.