अमरावती

गीले कपड़े परिधान करने से होता है फंगल इन्फेक्शन

बरसात मेें हवा की आर्द्रता के कारण त्वचारोग होने की संभावना

अमरावती/ दि. 20-बारिश के दिनों में पूरी तरह से सुखे हुए अंतर्वस्त्र न पहनने से फंगल तैयार होकर बड़े पैमाने पर त्वचा रोग फैलने की संभावना रहती है. बारिश के दिनों में हवा की आर्द्रता के कारण त्वचा की बीमारी होने की संभावना अधिक होती है. गीले के कारण कई बार त्वचा को संसर्ग भी होता है.
कपड़े गीले, अच्छी तरह से सूखे नहीं होने से भी बारिश के दिनों में त्वचा संबंधी बीमारी अधिक मात्रा में होती है. ऐसे समय में त्वचा पर के फंगल बढ़ने हेतु पोषण वातावरण मिलता है. जिससे खुजली होना व गोल रिंग के आकार के चट्टे उठना आदि समस्या निर्माण होती है. लाल रंग के चट्टे मुख्य रुप से जांंघ, पेट, बगल में दिखाई देते हैं. फंगल इन्फेक्शन यानि फफूंदजन्य बीमारी है. बारिश के दिनों में कपड़े गीले रहने पर त्वचा पर फंगल बढ़ाने के लिए पोषण वातावरण मिलता है. त्वचा पर फुंसी उठना, त्वचा पर विकृति होना, नाखून की निचली पेशियों को संसर्ग आदि सभी फंगल के लक्षण है.
बारिश के दिनों में त्वचा रोग से बचने के लिए सुखे कपड़े परिधान करें या कपड़ों को प्रेस कर पहने. शरीर पर अधिक समय तक गीले कपड़े न रखे, बारिश के दिनों में अधिक चुस्त कपड़े न पहने, क्योंकि चुस्त कपड़ों से त्वचा रोग होने की संभावना अधिक होती है.
त्वचारोग तज्ञ डॉक्टर का कहना है कि बारिश के दिनों में गीले कपड़ों के कारण त्वचा रोग होने की संभावना होती है. जिसके चलते बरसात में गीले कपड़े अधिक समय तक शरीर पर न रखे. कपड़ों को अच्छी तरह से सुखाकर या प्रेस कर पहने, त्वचारोग होने पर डॉक्टरों की सलाह ले. तब तक अपने कपड़े अन्यों को इस्तेमाल करने भी न दे, क्योंकि त्वचा रोग यह संसर्गजन्य बीमारी है.

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