10 वीं के बाद क्या, करियर सेंटर को भेंट जरुर दें
अभिभावकों को पता चलेगी पाल्यों की करियर को लेकर रुची
अमरावती/दि.04– स्थानीय स्तर पर प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु केंद्र सरकार द्बारा मॉडल करियर सेंटर की सुविधा शुरु की गई है. जिसके तहत अमरावती जिले में ही मॉडल करियर सेंटर शुरु किए गए है. इस जरिए रोजगार सहित समूपदेशन का काम इस सेंटर के माध्यम से किया जताा है. कक्षा 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद किस क्षेत्र में करियर के अवसर उपलब्ध है और विद्यार्थी की किस क्षेत्र को लेकर रुची है, इसे जांचने हेतु करियर सेंटर में एप्टीट्यूड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.
उल्लेखनीय है कि, कक्षा 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद क्या किया जाए, इसे लेकर कई विद्यार्थी संभ्रम मेें रहते है. साथ ही उनके अभिभावक भी उन्हें किसी विशिष्ट क्षेत्र में करियर बनाने का आग्रह करते है. जबकि विद्यार्थियों की इच्छा व रुची किसी अन्य क्षेत्र में करियर बनाने की होती है. ऐसे में ज्यादा बेहतर यही रहता है कि, अभिभावक अपने पाल्यों को लेकर मॉडल करियर सेंटर पहुंचे तथा वहां पर उनकी एप्टीट्यूड टेस्ट करवाए, ताकि विद्यार्थियों की रुची और क्षमता का आकलन किया जा सके. इस आशय का आवाहन यंग प्रोफेशनल कृपा अरगुलेवार ने किया है.
* क्या है मॉडल करियर सेंटर?
जिला कौशल्य विकास, रोजगार व उद्योजकता मार्गदर्शन केंद्र में हर महिने के तीसरे मंगलवार को प्लेसमेंट ड्राइव लिया जाता है. जिसके जरिए रोजगार के अनेकों अवसर उपलब्ध कराए जाते है.
* टेक्निकल हाईस्कूल परिसर में सेंटर
जिले का मॉडल करियर सेंटर स्थानीय मध्यवर्ती बस स्थानक मार्ग पर उस्मानिया मस्जिद के पास स्थित टेक्निकल हाईस्कूल में शुरु किया गया है. जहां पर अपने नाम का पंजीयन करने के बाद विद्यार्थियों द्बारा एप्टीट्यूट टेस्ट दी जा सकती है.
* यह सुविधाएं है उपलब्ध
विद्यार्थियों द्बारा आवेदन करने के बाद करियर सेंटर में उपलब्ध रहने वाले विशेषज्ञों द्बारा एप्टीट्यूड टेस्ट ली जाती है. इसके तहत आधुनिक सामग्री का प्रयोग करते हुए मानसशास्त्रीय पद्धति से विद्यार्थी के मन में करियर को लेकर रहने वाली इच्छा और रुची का पता लगाया जाता है.
* किसकी होती है एप्टीट्यूड टेस्ट
– जिन विद्यार्थियों के मन में इस बात को लेकर संभ्रम होता है कि, वे किस क्षेत्र में अपना करियर बनाए. उनके लिए एप्टीट्यूड टेस्ट बेहद उपयुक्त होती है.
– कक्षा 10 वीं व 12 वीं उत्तीर्ण हो चुके विद्यार्थियों को आगे अपना करियर बनाने हेतु यह टेस्ट बेहद आवश्यक है.
* क्या पता चलता है एप्टीट्यूड टेस्ट से?
एप्टीट्यूड टेस्ट के जरिए यह पता चलता है कि, विद्यार्थियों को निश्चित तौर पर किस क्षेत्र में रुची है. इसके साथ ही विद्यार्थी की बौद्धिक क्षमता का अध्ययन करते हुए उसके लिए कौनसा क्षेत्र उपयुक्त रहेगी. उसे इसकी जानकारी दी जाती है.
* केंद्र सरकार द्बारा जिले के जरुरतमंद युवाओं को नैशनल व इंटरनैशनल स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाते है. इस बारे में अधिक से अधिक अभिभावकों व युवाओं ने जिला कौशल्य विकास, रोजगार व उद्योजकता मार्गदर्शन केंद्र से जानकारी हेतु संपर्क करना चाहिए.
– प्राजक्ता बारस्कर,
सहायक आयुक्त.