अब स्वतंत्र वर्हाड की मांग करना क्या?
मंत्री नितीन गडकरी से कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दिलीप एडतकर का सवाल
* भारतीय जनसंचार संस्था ले जाने के मामले में संघिष्ट सौमित्र को गिरफ्तार करे
अमरावती/ दि.23 – पश्चिम महाराष्ट्र ने अन्याय किया, इसलिए स्वतंत्र विदर्भ राज्य की मांग की जाती है. परंतु अब मंत्री नितीन गडकरी नागपुरवासी ने अमरावती विभाग पर अन्याय करते हुए अमरावती में कार्यरत विकास प्रकल्प ले जाने का षडयंत्र रचा है. इसके कारण अब हम स्वतंत्र वर्हाड की मांग करे क्या? ऐसा सवाल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दिलीप एडतकर ने पूछा.
अमरावती में पिछले 11 वर्ष से शुरु इंडियन इंस्टीट्युट ऑफ मास कम्युनिकेशन (भारतीय जनसंचार संस्था) याने आईआईएमसी केंद्र नागपुर में स्थलांतरीत करने के लिए नितीन गडकरी ने केंद्रीय सूचना व प्रसार मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिखा है. मंत्री नितीन गडकरी का यह प्रयास निषेधयुक्त है. विदर्भ के विभागीय असमतोल को पोषण देने वाला है, ऐसा दिलीप एडतकर ने कहा. 2009 से अमरातवी विद्यापीठ के परिसर में शुरु आईआईएमसी केंद्र बहुत अच्छे तरीके से शुुरु है. संघ के कट्टर समर्थक रहने वाले डॉ.अनिल सौमित्र को जब से यहां भेजा गया है तब से उन्होंने दलीत व बहुजन कर्मचारियों को सताना शुरु किया है. जिसके चलते उनके खिलाफ एट्रासिटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जाति एजेंडा चलाने वाले सौमित्र ने अपराध दर्ज होने के बाद दलित प्राध्यापक विनय सोनुले और ओबीसी प्राध्यापक अनिल जाधव को निलंबित कर भाग गया. फरार डॉ.अनिल सौमित्र को बगैर देरी लगाए गिरफ्तार किया जाए, ऐसी मांग दिलीप एडतकर ने की.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, संघ के है इसलिए जिसकी नियुक्ति अमरावती आईआईएमसी अमरावती में की गई वह डॉ.अनिल सौमित्र के बहकावे में ही नितीन गडकरी ने पत्रकारों के लिए शुरु अमरावती का ज्ञान केंद्र नागपुर में ले जाने की शिफारिश सूचना व प्रसार मंत्रालय ने की है. डॉ.अनिल सौमित्र समेत नितीन गडकरी को भी संघ के मुख्यालय नागपुर में यह केंद्र चाहिए. इसके अनुसार संघ की इच्छा का मान रखकर विद्यापीठ कुलगुरु ने डॉ.दिलीप मालखेडे को भी आईआईएमसी केंद्र हमारे परिसर से खाली करे, ऐसा फतवा जारी किया. उन लोगों की यह सब मिलीभगत होने का आरोप भी उन्होंने लगाया. नितीन गडकरी अपने पत्र पर फिर से विचार करे, इसी तरह अमरावती की भाजपा प्रणित सांसद नवनीत राणा ने यहां से ले जाया जा रहे ज्ञान प्रोजेक्ट को यहां से न ले जाने देने के लिए नितीन गडकरी के जबडे से छिनकर लाना चाहिए, ऐसी मांग भी दिलीप एडतकर ने की.