शालाओं में नि:शुल्क प्रवेश के टाइम-टेबल का क्या हुआ?
अमरावती/दि.17– शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत 25 फीसद आरक्षित सीटों पर दिये जाने वाले प्रवेश का टाइम-टेबल घोषित होने के बाद जनवरी अथवा फरवरी माह में आवेदन मंगाये जाते है. परंतु इस वर्ष फरवरी माह आधा बीत जाने के बावजूद भी आरटीई प्रवेश का टाइम-टेबल घोषित नहीं हुआ है. साथ ही आरटीई अंतर्गत शाला पंजीयन का काम भी नहीं हो पाया है. जिसके चलते इस बार आरटीई प्रवेश प्रक्रिया के लंबे लटकने के आसार दिखाई दे रहे है. वहीं शिक्षा विभाग द्वारा जानकारी देते हुए दांवा किया जा रहा है कि, जल्द ही आरटीई प्रवेश का टाइम-टेबल घोषित होगा.
* शालाओं में आरक्षित होती है 25 फीसद सीटें
आरटीई अंतर्गत प्रतिवर्ष शालाओं की पंजीयन प्रक्रिया चलाई जाती है और इन शालाओं में कुल प्रवेशित संख्या की 25 प्रतिशत सीटें आरटीई के तहत चुने गये विद्यार्थियों हेतु आरक्षित रखी जाती है.
* 3 साल से शालाओं को नहीं मिले पैसे
आर्थिक दुर्बल घटक व अन्य पात्र घटक के बच्चों को प्रवेश देने के बाद इन बच्चों के शिक्षा शुल्क सहित अन्य शुल्क का परतावा यानि रिटर्न सरकार द्वारा किया जाता है. परंतु शालाओं को यह निधि समय पर नहीं मिलती. अमरावती जिले की शालाओं को ही विगत 2 से 3 वर्षों से आरटीई के तहत शिक्षा शुल्क सहित अन्य शुल्क की निधि प्राप्त नहीं हुई है.
* क्या कहते हैं गत वर्ष के आंकडे?
90 फीसद प्रवेश
2305 कुल आरटीई सीटे
2072 प्रवेश हुई सीटे
9416 आवेदन
2072 प्रवेश मिले
9416 कुल आवेदन
राज्य सरकार ने बिना अनुदानित निजी शालाओं को आरटीई अंतर्गत 25 फीसद सीटों पर वंचित घटक के विद्यार्थियों को प्रवेश देना अनिवार्य किया गया है. वंचित घटक के विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम वाली शालाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का प्रयास आरटीई प्रवेश के माध्यम से किया जा रहा है.
– बुद्धभूषण सोनवने,
प्राथमिक शिक्षाधिकारी,
जिप अमरावती.