क्या होता है डिजिटल विद्यापीठ?
अमरावती/दि03-कोरोना काल में ऑनलाईन पढ़ाई को महत्वपूर्ण माना गया है. इसका की सहारा लेते हुए अब देश में डिजिटल विद्यापीठ की स्थापना की जाएगी. इस बार के अर्थसंकल्प में इस बारे में घोषणा की गई.
* डिजिटल विद्यापीठ यानि क्या?
– विद्यार्थियों को अभ्यासक्रम एवं पदवीं का शिक्षण पूरी तरह ऑनलाईन पद्धति से उपलब्ध करवाने वाला व्यासपीठ यानि डिजिटल विद्यापीठ है.
– पढ़ाई के लिए आवश्यक डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए डिजिटल विद्यापीठ देश के अन्य केंद्रीय विद्यापीठों से समन्वय साधकर काम करेगा.
– इस विद्यापीठ में कौन-कौन से अभ्यासक्रम सिखाये जायेंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं.
– डिजिटल विद्यापीठ में तकनीकी शिक्षा को अधिक प्रधानता दी जाएगी, ऐसी अटकलेें है.
– शहरी व ग्रामीण अति दुर्गम भागों के विद्यार्थियों को भी इस विद्यापीठ के कारण विश्व दर्जे का शिक्षण प्राप्त हो सकेगा.
* ऐसा होगा विद्यापीठ
– इन्फर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नॉलॉजी के स्वरुप में यह विद्यापीठ स्थापित होगा.
– विविध भारतीय भाषाओं में ऑनलाईन शिक्षा ले सकेंगे.
– हब-सेक नेटवर्क प्रारुप पर यह विद्यापीठ कार्यरत होगा.
* हब-स्पोक नेटवर्क प्रारुप यानि क्या?
– यह एक ऐसा प्रारुप है कि जिसमें सभी प्रक्रिया एक केंद्रीभूत हब पर से होती है व इसका लाभ आखरी चरण के ग्राहक को यानि स्पोक होता है.
– डिजिटल विद्यापीठ एक कैम्प समझकर शिक्षा लेने वाले लाखों विद्यार्थी देश के कोने-कोने में होंगे.
– देश का पहला डिजिटल विद्यापीठ स्थापित करने का मान केरल को मिला है. दूसरा राजस्थान में शुरु हुआ.
* विश्व के टॉप 10 डिजिटल विद्यापीठ
– जॉन हॉपकिन्स विद्यापीठ, अमेरिका
– एडिनबरे विद्यापीठ, स्कॉटलैंड
– मँचेस्टर विद्यापीठ, ब्रिटेन
– सिडनी विद्यापीठ, ऑस्ट्रेलिया
– किंग्ज कॉलेज लंदन, ब्रिटेन.
– ग्लास्गो विद्यापीठ, स्कॉटलैंड
– युनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन, ब्रिटेन
-नॉर्थवेस्टर्न विद्यापीठ, अमेरिका
– कॅलिफोर्निया विद्यापीठ, अमेरिका